गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण को कैबिनेट की हरी झंडी
लखनऊ। बुंदेलखंड और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के सपने को जमीन पर उतार रही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अब ‘गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए तैयारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक्सप्रेस वे का जाल बन रहा है और फैलता जा रहा है। उसमें एक और नया एक्सप्रेस-वे जुड़ने जा रहा है। देश के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेस-वे को राज्य सरकार ने कैबिनेट में मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए यूपीडा सहित सभी संबंधित विभागों को ‘मिशन मोड’ में काम करने का निर्देश दिया है। मेरठ से प्रयागराज के बीच यह एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा।
गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण हो जाने के बाद प्रदेश में आर्थिक गतिविधि में और अधिक बढ़ोत्तरी होगी। इसके साथ ही कैबनेट ने ललितपुर में एक बड़े एयरपोर्ट निर्माण को भी मंजूरी दे दी है। ललितपुर में बन रहे बल्क ड्रग पार्क और बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरीडोर के निर्माण को देखते हुए इस नए एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दी गई है।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस वे का 26 नवम्बर 2020 को अनुमोदन हुआ था। इसमें सिविल और कंस्ट्रक्शन कॉस्ट कुल मिलाकर 36230 करोड़ रुपये आएगा। इसके बन जाने से उत्तर प्रदेश की आर्थिक गतिविधियां तीन गुणा बढ़ जाएंगी। सिविल वर्क में 19754 करोड़ रुपयचे, भूमि के क्रय में 9255 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके लिए 92.20 प्रतिशत भूमि उपलब्ध है और उसको अधिग्रहीत किया जा चुका है। गंगा एक्सप्रेस वे छह लेन का होगा और भविष्य में आठ लेन तक इसको बढ़ाया जा सकेगा। पीपीपी मॉडल पर बनने वाले इस प्रोजेक्ट में 30 साल का एग्रीमेंट किया गया है। इसपर वाहनों की 120 किमी स्पीड निर्धारित की गई है। इस पर एयर स्ट्रिप भी बनेगी। औद्योगिक क्लस्टर होंगे और नौ जगहों पर पब्लिक यूटिलिटी स्थापित किए जाएंगे।
गंगा एक्सप्रेस-वे: मेरठ के बिजौली के समीप से प्रयागराज तक
परियोजना से लाभान्वित होने वाले जनपद: मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापढ़ और प्रयागराज प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि ललितपुर में एक बड़े एयरपोर्ट के निर्माण को भी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। ललितपुर में बन रहे बल्क ड्रग पार्क और बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरीडोर के निर्माण को देखते हुए इस नए एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दी गई है। पहले चरण में यहाँ छोटे एयरक्राफ्ट उतारे जाएंगे। भविष्य में इसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में भी स्थापित किया जाएगा। इसमें कुल 86.65 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। जिस स्थान पर यह एयरपोर्ट बनाया जाना है उस गांव की कुल जमीन91.773 हैक्टेयर है जिसको खरीदने की लागत 7786 करोड़ रुपये आएगी। इसके निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय से भी 12.79 हैक्टेयर जमीन एक्सचेंज में ली जा रही है। बाद में ग्राम समाज की जमीन से रक्षा मंत्रालय को जमीन दे दी जाएगी।