उत्तराखंड

मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखण्ड डॉ. वी.षणमुगम ने जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की

मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखण्ड डॉ. वी.षणमुगम ने जिला मुख्यालय में ईवीएम और वीवीपैट्स की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) का निरीक्षण करने के साथ ही मान्यताप्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर एफएलसी तथा चुनाव प्रक्रिया से संबंधित अन्य पहलुओं पर विचार-विमर्श किया।

उत्तरकाशी भ्रमण पर पहॅुचे मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी.षणमुगम ने मान्यताप्राप्त राजनैतिक दलों के अधिकृत प्रतिनिधियों की मौजूदगी में चल रही एफएलसी की कार्रवाई का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को ईवीएम और वीवीपैट्स की एफएलसी के लिए तय मानकों व प्रक्रिया का पूरी तरह से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने एफएलसी के लिए किए गए विभिन्न इंतजामों और सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया।

इस मौके पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. षणमुगम ने मान्यताप्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक लेते हुए कहा कि भारत निवाचन आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपादित करने के लिए कड़े प्राविधान करने के साथ ही नियंत्रण और संतुलन की कारगर प्रणाली विकसित की है। जिसके चलते हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनावों की शुचिता एवं विश्वसनीयता को सर्वोपरि बनाए रखने के लिए सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित किये गए हैं।

उन्होेंने कहा कि ई.वी.एम. मशीनों की जांच से लेकर भंडारण, परिवहन तथा चुनाव प्रक्रिया के दौरान इनमें प्रत्याशियों के नामों की सैटिंग करने तक, प्रत्येक चरण की कार्रवाई में राजनैतिक दलों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है। ई.वी.एम. की सुरक्षा के लिए कड़े प्राविधान सुनिश्चित किए गए हैं। उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से इन तमाम प्रक्रियाओं पर निगरानी रखने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने हेतु मतदाताओं को अधिकाधिक मतदान करने के लिए प्रेरित करने में सक्रिय सहभागिता निभाने की अपील भी की। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि आवश्यक होने पर पोलिंग बूथ को बदलने के औचित्यपूर्व प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा जिसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को आगामी 29 सितंबर तक उपलब्ध कराए जा सकते हैं।

इस मौके पर जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने एफएलसी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में उपलब्ध ईवीएम की जांच की कार्रवाई 12 सितंबर तक चलेगी। 11 व 12 सितंबर को ईवी.एम पर मॉक पोल कर जांच की जाएगी। जिसके लिए मान्यताप्राप्त राजनैतिक दलों के अधिकृत प्रतिनिधि कोई भी मशीन चुन सकेंगे। जिलाधिकारी ने सभी अधिकृत प्रतिनिधियों को इस प्रक्रिया में भाग लेने की अपील की।

बैठक में अपर जिलाधिकारी एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी तीर्थपाल सिंह, उप जिलाधिकारी डुण्डा बृजेश कुमार तिवारी, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश मोहन राणा के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के प्रताप सिंह, भा.रा.कांग्रेस पार्टी के मनीष राणा, आम आदमी पार्टी के भरत सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महावीर प्रसाद भट्ट, बहुजन समाज पार्टी के बुद्धि लाल उपस्थित रहे।

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