उत्तराखंड

कांग्रेस ने लगाया बड़ा आरोप अमर शहीद श्रीदेवसुमन की जन्म स्थली का अपमान कर रही है भाजपा सरकार

🔹 सरकार बताए श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय चंबा टिहरी के कुल कितने कैंपस बनाएं ? और उनकी अथतन स्थति क्या है?
🔹 देवप्रयाग नैखरी कैंपस का स्वागत है, किंतु क्या इसका हश्र भी गोपेश्वर की तरह होगा?
🔹 गोपेश्वर परिसर का क्या हुआ?
🔹 स्थापित महाविद्यालयो को क्यों हासिए पर धकेल रही है सरकार?
🔹 चंबा (बादशीथौल) श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय अब मात्र कार्यलय बचा, क्यों किया इसे नख दंत विहीन?
🔹 कुलपति के आवास का ऋषिकेश परिसर में क्यों उद्घाटन किया था ? क्या वी सी रोज चम्बा से ऋषिकेश अप डाउन करेगें?
🔹 क्या कैंपस विहीन रहेगा टिहरी ?

टिहरी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने एक स्वर में आज भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है, पार्टी महामंत्री और पूर्व जिलाध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट, पूर्व जिलाध्यक्ष सूरज राणा, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी नरेंद्र चंद रमोला, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुमन रमोला, पूर्व पालिका अध्यक्ष विक्रम सिंह पवार, पूर्व प्रमुख सोबन सिंह नेगी, पूर्व जेष्ठ प्रमुख और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चम्बा के अध्यक्ष साहब सिंह सजवाण, पूर्व प्रमुख विजय गुनसोला ,शहर कांग्रेस कमेटी चम्बा के अध्यक्ष और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शक्ति जोशी, नई टिहरी शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप पंवार, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल, प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की महामंत्री श्रीमती दर्शनी रावत, शिवी भंडारी, रजनी भट्ट आदि,ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि”  टिहरी जनक्रांति के नायक सत्य अहिंसा के पुजारी टिहरी राजशाही पर अंतिम कील ठोकने वाले अमरशहीद श्रीदेव सुमन जी की स्मृति को चिरायु रखने के लिए पूर्व वर्ती कांग्रेस की सरकार ने 19 अक्टूबर 2012 को श्री देव सुमन जी के सम्मान में उन्ही के पैतृक शहर चम्बा के बादशाहीथौल में “श्री देव सुमन उतराखंड विश्वविद्यालय टिहरी गढ़वाल” की स्थापना की थी।

इस राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य यह था कि” पर्वतीय क्षेत्रों में उच्चस्तरीय शिक्षा की व्यापक पहुंच बनाना था ” किंतु जैसे ही प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो इन महारथियों ने सबसे पहले ऋषिकेश के राजकीय महाविद्यालय जिसका नाम पंडित ललित मोहन शर्मा महाविद्यालय था, को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का परिसर बना दिया, जिसका नाम अब “पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश है” और गोपेश्वर को परिसर बना दिया गया।

आज पुनः देवप्रयाग के नैखरी को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय का परिसर बना दिया, किंतु टिहरी की थाती का यही अपराध था क्या?कि इस महान थाती ने श्रीदेव सुमन जी और वीर गब्बर सिंह जी जैसी हस्तियों को जन्म दिया था। अर्थात बादशाहीथौल वाला श्री देव सुमन विश्वविद्यालय अब मात्र कार्यालय रह गया है? ऋषिकेश में कुलपति के आवास तक का उद्घाटन मंत्री जी कर गए।  अच्छा होता कि श्रीदेव सुमन जी के गांव जौल में ही यह भव्य परिसर बनता।

भाजपा सरकार जितने मर्जी उतने परिसर बना ले, हमारा किसी भी परिसर को बनाने का विरोध नहीं है, किंतु चंबा स्थिति श्री देव सुमन विश्वविद्यालय को नख दंत विहीन न किया जाय, और ना ही टिहरी विधानसभा से किसी संस्थान को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाय।

 “बोए पेड़ बबूल के, आम कहा से खाएं “
भाजपा के नेता केवल पौड़ी लोकसभा सभा पर ध्यान केंद्रित करते है, और हर लोकसभा चुनाव से पहले टिहरी लोकसभा क्षेत्र के संस्थानों से छेड़ छाड़ करते है, यह सभी को याद होगा, पूर्व के लोकसभा चुनाव से पहले भी टिहरी के रानीचौरी में कांग्रेस सरकार द्वारा स्थापित उद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय को भी पौड़ी जिले के भरसार में शिफ्ट किया गया था,जबकि कांग्रेस की सरकार का व्यापक जनहित यह मंतव्य था कि “चम्बा, रानीचौरी, नई टिहरी भागीरथीपुरम कोटी कॉलोनी” तक शिक्षा का हब बने, किंतु दुखद भाजपा के नकारेपन के कारण एक भी संस्थान ठीक से आगे नहीं बढ़ पा रहा, आज सभी राजकीय संस्थान भारी राजनीतिक दबाव के कारण केवल भाजपा सरकार के प्रचार प्रसार का केंद्र मात्र बने हुए है, और अपने मूल उद्देश्यों से भटक गए है।

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