लोकतंत्र एवं कानूनी अधिकार जागरूकता के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने को लेकर जेपी प्लाजा में दो दिवसीय ट्रेनिंग रखी गई है जो कि आयोजक प्रगति संस्था एवं सहयोगी संस्था टीएफडी द्वारा कराई जा रही है जिसमें महिलाओं को महिला अधिकारों एवं घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 विभिन्न समस्याओं पर चर्चा व विश्लेषण कर समाधान के लिए पैरवी कैसे करें इस पर चर्चा की गई।
रेखा पुंडीर द्वारा ट्रेनिंग के दौरान बताया गया कि हमारे पितृसत्तात्मक समाज में महिलाओं को अभी तक बराबरी नहीं मिल पायी है अक्सर देखा गया है कि चुनाव के दौरान केवल महिलाओं को भीड़ के रूप में देखा जाता है। इस अवसर पर विवेका, अर्सिता प्रकीर्ति संस्था की उपाध्यक्ष जोसफिं वाइज़ द्वारा भी विभिन्न जानकारियां ट्रेनिंग के दौरान दी गई।
इसी प्रकार महिला उत्थान सशक्तिकरण की अध्यक्ष रेनू रौतेला, रजनी तरियाल द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए गए।
यह भी जानकारी दी गई कि आने वाले दिनों में महिलाओं के लिए काउंसलिंग सेंटर बनाने पर विचार किया जा रहा है जिसमें उत्पीड़ित महिलाएं अपनी समस्याओं को रख पाएगी इसी के साथ ट्रेनिंग में प्रिमा बिंजोला, विमला पवार, गुड्डी नेगी, सरला ज़ख्मोला, लक्ष्मी रावत, विमला पोखरियाल, सुशीला बिजलवान, सोना आदि महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
ट्रेनिंग के दौरान शालू द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए गए इसके साथ ही सरिता कुडियाल द्वारा भी पंचायती राज एवं संविधान में मनव अधिकारों पर अपने विचार दिये गये।