उत्तराखंडराजनीति

मंत्री न बनने की चहरों पर दिख रही टीस

कौशिक, भगत और पांड़े के समर्थकों में नाराजगी

देहरादूनः उत्तराखंड में मंत्रिमंडल शपथ ले चुका है। इस बार कई पुराने चेहरों को आराम दिया गया है तो तीन नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल गई है। नए मंत्रिमंडल को लेकर बीजेपी में नाराजगी के स्वर बुलंद हो गए है। प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष मदन कौशिक ,बिशन सिंह चौपाल, अरविंद पांडे और बंसीधर भगत की मंत्री पद की उम्मीदें भी धराशायी हो गईं। मंत्री पद न मिलने से इन नेताओं की टीस दिख रही है। तीनों पूर्व मंत्री पार्टी के निर्णय को स्वीकारने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन दिल में टीस कम नहीं है। यद्यपि, वे इस बारे में खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं, लेकिन चुफाल ने इतना अवश्य कहा कि वह पार्टी फोरम में अपनी बात रखेंगे।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मदन कौशिक ने कहा कि अभी सीटे बाकि है। मतलब उन्हें उम्मीद है कि उन्हें पद मिलेगा। जबकि चौपाल अपनी बात रखने की बात कह रहें है। पद न मिलने से सभी नेताओं के दिल में टीस है लेकिन खुलकर बोलने से नेता बच रहें है। क्योंकि सीएम लॉबिंग के चलते हाईकमान पहले ही नेताओं को फटकार लगा चुका है। ऐसे में मंत्री पद के लिए आवाज खुलकर कोई बुलंद करने से बच रहा है। वहीं पूर्व मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि किसे मंत्री बनाना है, किसे नहीं, यह संगठन का काम है। कार्यकर्ता की यही पहचान है कि वह पार्टी के निर्णय को सहर्ष स्वीकार करे। हालांकि उन्होंने कहा कि उनके मामले में पार्टी का निर्णय शिरोधार्य है। अरविंद पांडे ने सिर्फ इतना ही कहा कि उन्हें इस सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया, इसका उन्हें कोई दु:ख नहीं है। हालांकि उनके समर्थकों को इसका दुःख है।

गौरतलब है कि आज पूर्व मंत्री अरविंद पांडे को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने के बाद आज उन्होंने यमुना कॉलोनी स्थित मंत्री आवास को छोड़ दिया है। इस दौरान उनके समर्थकों की आंखे नम दिखी। जबकि अरविंद पांड़े ने कहा क कि पार्टी ने जो किया सोच सझकर ही किया होगा। पार्टी ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है और उन्हें उम्मीद है कि पार्टी जो करेगी बेहतर करेगी। यमुना कॉलोनी स्थित मंत्री आवास पर पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के चाहने वाले उनसे मिलने पहुंचे थे। हालांकि कैबिनेट मंत्री रह चुके इन तीन विधायकों को मंत्रीमंडल में शामिल न किए जाने को लेकर सस्पेंस बरकरार है। वैसे भी अभी मंत्रीमंडल में तीन पद रिक्त हैं। ऐसे में इन वरिष्ठ विधायकों को अभी आस है कि आने वाले समय में मंत्री बनाया जा सकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button