उत्तराखंड में शिक्षा विभाग का ढांचा पूरी तरह चरमरा रखा है, उत्तराखंड में शिक्षकों की चयन भर्ती में हो रहा है सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार, आपको बता दें की हमारे संवाददाता ने पिछले 6 साल कि जांच पड़ताल की तो पता चला कि उत्तराखंड में 40% पद शिक्षा विभाग में सेटिंग के बदौलत भरे जाते हैं चाहे वह बात एलटी व प्रवक्ता शिक्षक, अर्ध- शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती या उच्च शिक्षा में असिस्टेंट प्रोफेसर की बात हो, सर्वे में सामने आया कि इस बार के असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में सब कुछ इंटरव्यू के आधार पर तय होना था जिसमें कि इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थियों से 25 से 30 लाख मांगे जा रहे थे, सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि हाई कोर्ट से रद्द होने के बाद कई लोगों के इस भर्ती में पैसे फंस गए हैं और अब वह चाहते हैं कि यह भर्ती जल्द चालू हो और इंटरव्यू के आधार पर हो ।
जात प्रवक्ता शिक्षक भर्ती की करें तो इसमें भी वर्तमान भर्ती से पूर्व जिसमें की कई योग्य अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में बाहर कर दिया गया और जिसने 15 से 20 लाख रुपए दिए उसे अंदर कर दिया गया, जिसका आजकल एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला अभ्यर्थियों ने आयोग के एक मँबर पर आरोप लगाया है। वर्तमान प्रवक्ता भर्ती