उत्तराखंड

टीएमयू छात्राओं को सुनाई ब्रेव वूमेन्स के संघर्षों से सफलता तक की कहानी

ख़ास बातें
नारियां सर्वश्रेष्ठ दें, सर्वश्रेष्ठ करेंः श्रीमती नीलिमा जैन
प्रो. विजी मोल बोलीं, स्त्रियां ईश्वर की अद्वितीय कृति
प्राचार्य प्रो. अनुराग वर्मा बोले, स्त्रियां शक्ति स्वरूपा
देवांश ने महिषासुर मर्दिनी पर प्रस्तुत किया शास्त्रीय नृत्य

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की डायरेक्टर गवर्नेंस श्रीमती नीलिमा जैन ने कहा, महिलाओं का देश के उत्थान में अतुलनीय योगदान है, लेकिन नारी के लिए सम्मान आग्रह की विषय वस्तु नही है। हम सभी अपना सर्वश्रेष्ठ दें, सर्वश्रेष्ठ करें। उन्होंने एथलीट प्रीति मंधाना, प्रथम कमांडो ट्रेनर सीमा राव सरीखी महिलाओं के संघर्षाे से सफलता की कहानी छात्राओं से साझा की। श्रीमती जैन टीएमयू के फार्मेसी कॉलेज में महिला दिवस पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं। इससे पूर्व श्रीमती जैन ने बतौर मुख्य अतिथि, नर्सिंग कॉलेज की एचओडी प्रो. विजीमोल ने बतौर मुख्य वक्ता, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य प्रो अनुराग वर्मा, डॉ. आशीष सिंघई आदि ने मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित करके सेमिनार का शुभारम्भ किया। मुख्य वक्ता प्रो. विजी मोल ने कहा, स्त्रियां ईश्वर की अद्वितीय कृति हैं, जो कोमलता का प्रतिरूप होकर भी अत्यंत सशक्त और शक्तिशाली है। उन्होंने यौन हिंसा, वैचारिक और शारीरिक हिंसा के प्रति जागरूक रहने और इनके खिलाफ आवाज बुलंद करने पर जोर दिया। प्रो. मोल बोलीं, डॉक्सिंग महिलाओं को धमकाने की प्रक्रिया है, जिसमें वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी जाती है। उन्होंने केरल की जैस्मिन मूसा की सफ़लता और संघर्षाे की कहानी भी बताई।

फार्मेसी के प्राचार्य प्रो अनुराग वर्मा ने कहा, स्त्रियां शक्ति स्वरूपा हैं। जननायिकाएं हैं। भारत कोकिला सरोजनी नायडू, रानी लक्ष्मीबाई, मीराबाई, डॉ. डेज़ी थॉमस आदि का भारतीय स्वतंत्रता, राष्ट्र उत्थान और विकसित राष्ट्र की संकल्पना में अद्वितीय योगदान रहा है। भारत की संस्कृति, समाज, विज्ञान, सुरक्षा, स्वास्थ्य, उद्यमशीलता सरीखे क्षेत्रों में महिलाओं की अविस्मरणीय भूमिका है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए लैंगिक समानता, शिक्षा मे विस्तार, आर्थिक संपुष्टिकरण और कानूनी सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम में बी फार्मा के छात्र देवांश ने मां दुर्गा भक्ति स्त्रोत्र महिषासुर मर्दिनी पर शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति देकर अतिथियों को ऊर्जान्वित कर दिया। फार्म डी की छात्रा सल्तनत ने मैं सोच भी बदल देती हूं, नजरिया भी बदल देती हूं.कविता सुनाई। बीफार्मा छात्रा रिचा ने महिला शक्ति और सशक्तिकरण पर अपने विचार रखे। सेमिनार में डॉ. अनुराधा पंवार, प्रो. फूलचंद, प्रो. मयूर पोरवाल, डॉ. राजेश शर्मा, मिस कोमल, मिस दीक्षा आदि के संग-संग फार्मेसी के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन फार्म डी के स्टुडेंट्स- कुणाल और अंजलि ने किया।

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