
पुरानी पेंशन योजना से वंचित उत्तराखण्ड राज्य के कार्मिकों में NPS के दुष्प्रभावों को ले कर असन्तोष गहराता जा रहा है। इसी कड़ी में नेशनल मूवमेन्ट फाॅर ओल्ड पेंशन स्कीम के उत्तराखण्ड प्रान्तीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली तथा सचिवालय उत्तराखण्ड शाखा के अध्यक्ष दिशान्त सिंह के नेतृत्व में सचिवालय में वित्त विभाग के अधिकारियों से मिलकर NPS की विसंगतियों की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया।
सचिवालय शाखा के अध्यक्ष दिशान्त सिंह ने बताया कि अभी तक पुरानी पेंशन के सम्बन्ध में राज्य सरकारों का दृष्टिकोण भारत सरकार के पैटर्न का पालन करने का रहा है। हाल ही में भारत सरकार के शासनादेश दिनांक 03 मार्च 2023 द्वारा उन कार्मिकों को पुरानी पेंशन की सुविधा अनुमन्य कर दी गयी है, जिनके चयन सम्बन्धी विज्ञापन में पुरानी पेंशन योजना का उल्लेख था।
परन्तु उत्तराखण्ड राज्य में अभी तक इस सम्बन्ध में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है, जबकि उत्तराखण्ड मेें विभिन्न विभागों में ऐसे कई कार्मिक सेवायोजित हैं जिनके सेवा सम्बन्धी विज्ञापन में तो पुरानी पेंशन का उल्लेख था, परन्तु ज्वाइनिंग के पश्चात उन्हें नई पेंशन योजना में सम्मिलित कर दिया गया। इस सम्बन्ध में विभिन्न न्यायालयों के निर्णय भी सरकारी कार्मिकों के पक्ष में आए हैं। अतः अधिकारियों का ध्यान इस अन्यायपूर्ण विसंगति की ओर आकृष्ट करते हुए इसके निराकरण का अनुरोध किया गया है।
जीतमणि पैन्यूली के अनुसार पुरानी पेंशन के दुष्प्रभावों के दृष्टिगत सरकारी कार्मिकों में इसके प्रति असन्तोष निरन्तर बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में NMOPS के बैनर तले आगामी 16 अप्रैल को उत्तराखण्ड राज्य के समस्त जिला मुख्यालयों में पेंशन संवैधानिक मार्च का आयोजन किया गया है। उन्होंने प्रदेश भर के सभी सरकारी कार्मिकों से उक्त तिथि को अधिक से अधिक संख्या में संवैधानिक मार्च में शामिल हो कर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है। इस अवसर पर अनुभाग अधिकारी संजय शर्मा मयंक बिष्ट प्रशांत सिंह पंकज जोशी धर्मेंद्र द्विवेदी अरुण सिंह सुशील सिंह अशोक पांडे राजीव नयन पांडे डॉ अशोक मिश्रा आशीष मिश्रा राजीव मिश्रा निजी सचिव राजकुमार पाठक मनोज जोशी नासिर हुसैन कपिल कुमार चौहान नीता जयराज ममता आर्य नीता बिष्ट अनीता शर्मा आंचल अमित सिंह चंद्रमोहन डोभाल देवेंद्र कुमार प्रमोद कुमार प्रवीण चंद्र मनोज भट्ट अमित तोमर हुकुम सिंह चौहान रणजीत रावत अनुज शेखर चमोली सुधांशु राणा कमलेश जोशी दिवाकर पंत आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे