देहरादून| ठीक दो साल पहले, 13 अगस्त 2020 को वरिष्ठ लेखक, आंदोलनकारी त्रेपन सिंह चौहान का निधन हो गया था। आज उनकी दूसरी पुन्यथिति पर देहरादून, रामनगर, श्रीनगर और अन्य जगहों में कार्यक्रम हुए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर हो रही स्थिति को ध्यान पर रखते हुए और चौहान के सिद्धांतों के अनुसार, “उठेंगे, भारत के वास्ते, न्याय समता इंसानियत के रास्ते” का नारा लगाते हुए संगोष्ठी और सम्मेलन हुआ। देहरादून में चेतना आंदोलन के बैनर तले अग्रवाल धर्मशाला में शाम छह बजे को कार्यक्रम हुआ, जिसमें सैकड़ों आम लोग शामिल हुए। वरिष्ठ बुद्धिजीवी, राजनैतिक दलों (CPI, AAP, CPI(M), सपा, UKD इत्यादि) के नेता और विभिन्न जन संगठनों (उत्तराखंड महिला मंच, अखिल भारतीय किसान सभा, CITU, AITUC, जन संवाद समिति, भारत ज्ञान विज्ञानं समिति, हिन्द स्वराज मंच, इत्यादि) के प्रतिनिधि शामिल रहे।
कार्यक्रमों में त्रेपन सिंह चौहान के सिद्धांतों को याद करते हुए मज़दूरों और उनके हक़ों पर हो रही हमले, घसियारियों के हक़ों पर हनन, जल जंगल ज़मीन पर अधिकार, लोगों को बेघर करने की प्रक्रिया, कानून का राज को कमज़ोर करने की प्रयास, और बढ़ती हुई नफरत और दमन पर चर्चाएं हुई।
क्योंकि यह स्थिति सिर्फ उत्तराखंड में नहीं बल्कि पुरे भारत में है, राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा अभियान के तहत इन कार्यक्रमों में “उठेंगे, भारत के वास्ते, न्याय समता इंसानियत के रास्ते” नारा लगाते हुये लोगों ने संकल्प लिया कि वे लोकतंत्र, न्याय, समानता और इंसानियत के लिए आवाज़ उठाते रहेंगे। त्रेपन सिंह चौहान ने ज़िन्दगी भर इन्ही सिद्धांतों के लिए संघर्ष किया।
आज का सभा को इन वक्ताओं ने संबोधित किया:
सुनीता देवी, चेतना आंदोलन
डाक्टर रवि चोपड़ा, वरिष्ठ पर्यावरणविद
कमला पंत, उत्तराखंड महिला मंच
समर भंडारी, नेशनल काउंसिल सदस्य, CPI
सतीश धौलाखंडी, जन संवाद समिति
विजय भट्ट, भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रभु पंडित और पप्पू, चेतना आंदोलन
गंगाधर नौटियाल, मर्कलवाद कम्यूनिट पार्टी एवं अखिल भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी
निर्मला चौहान
राजिया बैग, पूर्व अध्यक्ष, बार काउंसिल
अशोक शर्मा, AITUC
जगमोहन मेंहदीरात्ता, पूर्व राज्य अध्यक्ष, AIBEA
डाक्टर जितेन भारती, वरिष्ठ लेखक
राकेश पंत, तृणमूल कांग्रेस
गजेंद्र बहुगुणा
कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड महिला मंच के गीता गैरोला ने की। कार्यक्रम के संचालन चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल ने की|