उत्तराखंड

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में जश्न ए आज़ादी पर आन,बान और शान से हुआ ध्वजारोहण

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने देश पर मंडराते खतरों पर चिंता जताते हुए युवाओं को अपने कर्तव्यबोध के प्रति सतर्क किया। उन्होंने कहा, तिरंगे की रक्षा को 140 करोड़ लोगों को लामबंद होना होगा। ऐसे में युवाओं की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। युवान को परस्पर टांग खिंचाई की प्रवृत्ति को छोड़ना होगा। नकारात्मक सोच त्यागनी होगी।

देश विकास और समाज कल्याण का रास्ता सकारात्मक सोच से ही होकर निकलता है। आपको जरूरतमंदों की बैसाखी बनना होगा। सहयोग की पहल करनी होगी। देखिएगा, आप शिद्दत से अपने में पॉजिटिव वाइब्स का अहसास करेंगे। कुलाधिपति में यूनिवर्सिटी कैंपस में जश्न ए आज़ादी कार्यक्रम में स्टुडेंट्स और फैकल्टीज को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने बड़ी आन, बान और शान से सुरक्षा बलों की सलामी के संग ध्वजारोहण किया।

राष्ट्रगान के साथ ही 78वें स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का शंखनाद हो गया। कुलाधिपति ने बुलंद आवाज में जय हिंद, जय भारत,वंदे मातरम सरीखे नारों से छात्रों में देशभक्ति की अलख जगा दी। कुलाधिपति ने हरियाना के मदन स्वरूप इंटर कॉलेज में भी ध्वज फहराया। उन्होंने अपने पिता की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। चांसलर के संग श्री अनिल जैन की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। इसके अलावा यूनिवर्सिटी से संबद्ध टिमिट और फैकल्टी ऑफ एजुकेशन में भी झंडारोहण के प्रोग्राम्स हुए।

कुलाधिपति ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन से लेकर श्रीराम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह तक का जिक्र करते हुए विख्यात स्वतंत्रता सेनानी श्री दाऊ दयाल खन्ना का भी भावपूर्ण स्मरण किया। उन्होंने अपने मथुरा के छात्र जीवन में झांकते हुए कहा, कैसे एक प्ले के जरिए उन्होंने बतौर भगवान श्री कृष्ण शेषनाग को नाथने की भूमिका का निर्वाह किया और इससे उनमें गज़ब की पॉजिटिव ऊर्जा का संचार हुआ, जो आज भी यूनिवर्सिटी के संचालन में सकारात्मकता का कर्तव्यबोध कराती है।

उन्होंने यूनिवर्सिटी के एलुमिनाई पर फक्र करते हुए कहा, वे दुनिया के कोने-कोने में बहुराष्ट्रीय कंपनियों में उच्च पदों पर रहकर न केवल वैश्विक सेवा का धर्म निभा रहे हैं,बल्कि अपने अभिभावकों के संग तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी का भी नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, किसी भी छात्र के जीवन में तरक्की से सबसे ज्यादा खुशी माता-पिता के बाद उसके शिक्षक को होती है।

फिर अंबानी हों या अदाणी,सभी के ज़िंदगी की यही सच्चाई है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्टुडेंट्स के संग-संग लॉ कॉलेज के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित, डीन स्टुडेंट्स वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह, सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी, टिमिट के निदेशक प्रो. विपिन जैन, एचआर निदेशक श्री मनोज जैन की भी गरिममयी उपस्थिति रही। संचालन डॉ. माधव शर्मा ने किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button