केदारनाथ। बुधवार को भी यहां धाम में जमकर बर्फबारी हो रही है। ऐसे में प्रशासन ने आज यात्रा पर रोक लगा दी है। प्रशासन हिमपात को देखते हुए सतर्क है। धाम में मौजूद श्रद्धालु ही बाबा के दर्शन कर रहे हैं जबकि गौरीकुंड और अन्य स्थानों पर ठहरे यात्रियों को आगे बढ़ने से मना किया गया है। मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए पुलिस महानिदेशक के आदेश पर बुधवार को केदारनाथ यात्रा स्थगित रहेगी। ऋषिकेश, श्रीनगर से ही यात्रा को रोक दिया गया है। पुलिस महानिदेशक ने यात्रियों से खराब मौसम को देखते हुए सहयोग की अपील की है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा है कि केदारनाथ में भारी बर्फबारी हो रही है, जिससे वहां रहना मुश्किल है। मौसम विभाग ने भी 2 व 3 मई के लिए अलर्ट जारी किया था। ऐसे में बुुधवार को केदारनाथ में रुकना संभव नहीं है और इसलिए बुधवार को केदारनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड में सभी यात्रियों को रोका जाएगा। ऋषिकेश व श्रीनगर से मंगलवार दोपहर बाद ही यात्रा रोक दी गई है। डीजीपी ने यात्रियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि वे फिलहाल ऋषिकेश तक आने का प्लान भी न बनाएं। साथ ही जो यात्री श्रीनगर, रुद्रप्रयाग तक ठहरे हुए हैं वे भी 4 मई की सुबह तक केदारनाथ जाने का विचार न करें। इधर, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग में भी पुलिस ने हजारों यात्रियों को रोक दिया है। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना व चौकी प्रभारियों को यात्रा का आवागमन बंद करने को कहा है। पुलिस अधीक्षक डा. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि सीमावर्ती जनपदों से भी यातायात रोका जा रहा है।
मंगलवार को 9000 यात्री गए केदारनाथ
सोनप्रयाग से सुबह 6 से सुबह 10.30 बजे तक 9000 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। जबकि 4500 यात्रियों को रोका गया। यात्रियों को पैदल मार्ग के पड़ावों व अन्य स्थानों पर तैनात पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ के जवानों की मौजूदगी में रास्ता पार कराया गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि सोमवार को तिलवाड़ा से सोनप्रयाग तक नौ हजार यात्री रोके गए थे। इन यात्रियों को सकुशल धाम भेजा गया। मौसम को देखते हुए सोनप्रयाग में यात्रियों की ज्यादा भीड़ न हो, इसके लिए रुद्रप्रयाग से ही यात्रियों से अपने-अपने होटल, लॉज के कमरों में रुकने की अपील की जा रही है। केदारनाथ में आए दिन बर्फबारी हो रही है, जिससे मूलभूत सुविधाएं जुटाने में दिक्कत हो रही है।