अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में नियुक्तियों में हुए घोटाले की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच कर इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों के ख़िलाफ़ कठोर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में बेरोज़गारी चरम पर है लेकिन जो नौकरियां यहां पर हैं भी, उनमें भी नौकरशाहों व ज़िम्मेदार लोगों की मिलीभगत से उत्तराखंडी युवाओं की घोर उपेक्षा की जा रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने यहां ज़ारी बयान में कहा कि तमाम सरकारी, गैर सरकारी, निजी व्यावसायिक संस्थानों में यही स्थिति बनी है जबकि तमाम बड़े बड़े निर्माण राजनीतिक संरक्षण प्राप्त बड़े ठेकेदारों व कंपनियों के कब्जे में हैं जिससे उत्तराखंड के उद्यमियों, युवाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उपपा अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि ऋषिकेश एम्स में पूर्व निदेशक प्रो. रविकांत के समय से नियुक्तियों में तमाम तरह के घोटाले सामने आते रहते हैं। यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तक पहुंचा पर इस पूरे मामले में अब तक केवल लीपापोती कर मामले को दबाने का काम किया गया है।
उपपा अध्यक्ष ने ऋषिकेश एम्स में नियुक्तियों, ख़रीद फरोख्त, कर्मचारियों, केपीएम में हुए तमाम घोटालों की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को दंडित करने की मांग की है और जनता से, राज्य के युवाओं के साथ भेदभाव करने वाले अधिकारियों, ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ सक्रिय आंदोलन चलाने की अपील की है और कहा कि उपपा इस मामले को लेकर अभियान चलाएगी।