विज्ञान प्रयोगशालाओं के आधुनिकीकरण के लिए केंद्रीय विद्यालय भारतीय पेट्रोलियम संस्थान में शिक्षकों के लिए संभागीय स्तर पर दो दिवसीय कार्यशाला दिनांक 20 व 21 जुलाई को आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारंभ संभाग की सहायक आयुक्त डॉ माला तिवारी द्वारा किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट विद्यालय है जो कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए देश भर में प्रसिद्ध है । केंद्रीय विद्यालय संगठन समय-समय पर शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील रहता है। इसी क्रम में कक्षा में विद्यार्थियों के बीच विज्ञान विषय को रोचक एवं सुगम बनाने हेतु ,आधुनिक विज्ञान उपकरणों के प्रयोग करने हेतु शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विद्यालय की प्राचार्या एवं कार्यशाला निदेशक श्रीमती मिक्की खुल्बे ने कहा कि आज का समय आधुनिकीकरण का युग है । प्रत्येक क्षेत्र में हम आधुनिकीकरण को अपना रहे हैं , अतः विज्ञान शिक्षण में भी हमें आधुनिकता एवं तकनीक का समावेश करना है जिससे विज्ञान विषय में कक्षा शिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके ताकि बच्चे इससे प्रेरणा प्राप्त कर विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित कर सकें।
इस कार्यशाला में संभाग के कुल 6 संकुलों के 34 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया । प्रशिक्षित शिक्षक अपने अपने संकुलों में माह अगस्त में अन्य विज्ञान शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे । इस कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर के रूप में श्री एस एस रावत, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 रुड़की, श्री आशीष सोढ़ी, केंद्रीय विद्यालय ऋषिकेश, डॉक्टर मम्शाद अहमद, केंद्रीय विद्यालय गोचर एवं सुश्री स्वाति पोखरियाल केंद्रीय विद्यालय आइटीबीपी देहरादून ने शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया।