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साइबर क्राइम पर दिया लेक्चर

मुरादाबाद। सर्विलांस एंड साइबर सेल, मुरादाबाद पुलिस के साइबर क्राइम विशेषज्ञ श्री प्रशांत सिंह ने साइबर क्राइम के विभिन्न प्रकारों, स्कैमर्स के क्राइम करने के तौर-तरीकों आदि के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, स्कैमर्स भोले लोगों को सेक्सटोरशन, सिम स्वैपिंग, फेक लिंक, रिमोट कंट्रोल ऐप, लाॅटरी के फेक मैसेज आदि के जरिए अकसर टारगेट करते हैं। विशेषज्ञ बोले, अनजान फोन काॅल पर अपनी पर्सनल जानकारी या दस्तावेज कतई साझा न करें। फेसबुक मैसेन्जर और व्हाट्सऐप पर आने वाली अपरिचित काॅल्स से सावधान रहें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी अननोन गूगल डोक लिंक में अपनी कोई भी डिटेल फिल न करें। श्री प्रशांत तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में काॅलेज आॅफ पैरामेडिकल साइंसेज के फाॅरेन्सिक विभाग की ओर से साइबर क्राइम एंड साइबर सुरक्षा पर आयोजित गेस्ट लेक्चर में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। इससे पूर्व श्री प्रशांत सिंह ने बतौर मुख्य वक्ता, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, आईआईसी की काॅर्डिनेटर डाॅ. गीतान्शु डावर, पैरामेडिकल के वाइस प्रिंसिपल डाॅ. नवनीत कुमार, फाॅरेन्सिक के एचओडी श्री रवि कुमार ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके गेस्ट लेक्चर का शुभारम्भ किया। फाॅरेन्सिक के एचओडी श्री रवि कुमार ने वोट आॅफ थैंक्स दिया। संचालन स्टुडेंट्स अंजलि और इशिका सक्सेना ने किया।


श्री प्रशांत बोले, किसी अनजान व्यक्ति से किसी मोबाइल ऐप के जरिए न जुडें। उन्होंने एयरपोर्ट्स से आने वाली कस्टम विभाग की फेक काॅल्स से भी सावधान रहने को कहा। उन्होंने लोन देने वाले ऐप से सतर्क रहने की सलाह दी। साथ ही सलाह दी, सोशल मीडिया अकाउन्ट्स पर टू फैक्टर आॅथेन्टिकेशन का उपयोग करें। उन्होंने यह भी ताकीद की, सभी सोशल मीडिया का समय-समय पर पासवर्ड चेंज करते रहें। उन्होंने साइबर क्राइम से जुड़े केसों की शिकायत के लिए अनिवार्य मोबाइल नम्बर और वेबसाइट के बारे में स्टुडेंट्स को विस्तार से बताया। गेस्ट लेक्चर के दौरान सवाल-जबाव का दौर भी चला। स्टुडेंट्स ने आई ऐड्रेस, ट्रु काॅलर, साइबर क्राइम की शिकायत के तौर-तरीके आदि सवाल पूछे। डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन बोलीं, साइबर क्राइम और सुरक्षा एक ज्वलंत विषय है। इसके बारे में अपडेशन समय की आवश्यकता है। मैं भी इसे संजीदगी से सुनना पसंद करूंगी। उन्होंने अति आधुनिक, लेकिन खतरनाक आर्टिफिशियल टूल चैट जीपीटी के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर डाॅ. रूचिकांत, श्री पिनाकी अदक, श्रीमती कंचन गुप्ता, श्रीमती चिंतकयाल पूर्णिमा, श्री रविन्द्र सिंह, श्री हिमांशु यादव, श्री आकाश, श्री विक्रम सिंह, श्री रोशन सिंह आदि भी मौजूद रहे। अतिथि व्याख्यान के दौरान फाॅरेन्सिक, बीएमएलटी, आॅप्टोमैट्री, आरआईटी आदि के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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