othersउत्तराखंडसामाजिक

गांधी पार्क में चल रहा है छात्रों और छात्राओं का आंदोलन

देहरादून । भर्ती घोटालों को लेकर आंदोलनरत बेरोजगारों के आंदोलन जो देहरादून गाँधी पार्क से चल रहा हैं, दल पूर्ण समर्थन करता हैं।
दल की ओर से केंद्रीय उपाध्यक्ष सुनील ध्यानी, केंद्रीय मिडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल तथा केंद्रीय प्रवक्ता अनुपम खत्री द्वारा आंदोलन स्थल पर जाकर समर्थन दिया गया! इस अवसर सुनील ध्यानी ने कहा कि UKSSSC भर्ती घोटाले के बाद राज्य सरकार ने राज्य में भर्ती परीक्षा कराने की जिम्मेदारी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UKPSC) को दी थी।
किंतु पहले विगत 8 जनवरी को “पटवारी-लेखपाल परीक्षा लीक” एवं उसके पश्चात “AE -JE परीक्षा लीक” के बाद आज राज्य में भर्ती प्राधिकरणों पर से छात्रों का भरोसा उठ चुका है।
यह बहुत गम्भीर चिंता का विषय है कि जहां UKSSSC में प्रिंटिंग प्रेस के माध्यम से परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लिख किये गए थे, वहीं पटवारी एवं AE-JE परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक करने में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के वरिष्ठ कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आई है।
UKPCS द्वारा 8 जनवरी को सम्पन्न कराई गई “पटवारी-लेखपाल परीक्षा” लीक हो चुकी है, जिसमें 10 से अधिक अभियुक्त पकड़े जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त 100 के लगभग अभ्यर्थियों की पहचान हुई जिन्होंने नकल की है। यह उल्लेखनीय है कि इस पेपर लीक प्रकरण में लोक सेवा आयोग के एक वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी संजीव चतुवेदी का नाम सामने आया है।
कथित अधिकारी आयोग के परीक्षा से जुड़े “अतिगोपन विभाग” से सम्बंधित था। लोक सेवा आयोग के कथित अनुभाग अधिकारी द्वारा पटवारी का पेपर नही अपितु पूरा “Question Bank” सौ से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व उपलब्ध करवाया गया था। दल के मिडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि अप्रैल 2022 में सम्पन्न “AE-JE भर्ती परीक्षा” में आयोग के दूसरे महत्वपूर्ण अतिगोपन विभाग के अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार को गिरफ्तार किया गया है। कथित आरोपी अनुभाग अधिकारी पर आरोप है कि उसने कुछ अभ्यर्थियों को 28 – 30 लाख रूपये लेकर “AE – JE भर्ती परीक्षा” से जुड़ा ” Question Bank ” ही बेच दिया। ये दोनों अनुभाग अधिकारी लोक सेवा आयोग के परीक्षाओं से जुड़े “अतिगोपन विभाग” में कार्यरत थे। ऐसे में यह बहुत हद तक सम्भव है कि कथित अधिकारियों एवं इनके साथियों द्वारा अन्य परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भी इस प्रकार बेचे गए हों।
यह उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड लोकसेवा आयोग में लीक हुई परीक्षाओं की अवधि में पूरे 1 साल का अंतराल है। जहां “पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा” 8 जनवरी 2023 को हुई थी, वहीं “AE – JE भर्ती परीक्षा” अप्रैल – मई 2022 में सम्पन्न हुई है।
इस प्रकार उक्त अवधि में लोक सेवा आयोग द्वारा की गई अन्य भर्तियां (Lower PCS, समीक्षा अधिकारी, Upper PCS, FRO) भी शक के घेरे में आ चुकी हैं।

इस घटनाक्रम के आलोक में राज्य के युवाओं के समक्ष परीक्षाओं की शुचिता एवं निष्पक्षता के संदर्भ में गम्भीर शंकाएँ उत्पन्न हो चुकी हैं। राज्य के युवा अभ्यर्थियों के सामने दुविधा यह है कि जिस परीक्षा की वह दिन रात तैयारी कर रहे हैं, कहीं उसकी निष्पक्षता तो प्रभावित नहीं हुई है!ऐसी स्थिति में हम राज्य के सभी अभ्यार्थियों कि मांग की हैं कि लोकसेवा आयोग में परीक्षा से जुड़े प्रत्येक कर्मचारियों की CBI/ STF द्वारा रिटायर्ड हाई कोर्ट न्यायाधीश के मार्गदर्शन में समयबद्ध जाँच होनी चाहिए। जांच के द्वारा आयोग के उन सभी कर्मचारियों की पहचान भी की जानी चाहिए, जो अन्य परीक्षाओं में पेपर लीक कर चुके हैं। दल के प्रवक्ता अनुपम खत्री ने कहा कि
राज लोक सेवा आयोग की जांच करके यह सुनिश्चित किया जाए कि आयोग की कौन कौन से परीक्षाएं पेपर लीक प्रकरण से प्रभावित हुई हैं।
इसके अतिरिक्त जाँच का परिणाम आने तक आयोग द्वारा करवाई जा रही सभी आगामी परीक्षाओं को स्थगित करवाया जाए। Upper PCS मुख्य परीक्षा के प्रश्न पत्र जो जून 2022 में बन चुके हैं, उन्हें दुबारा से बनाया जाए ताकि परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके। ताकि सभी परीक्षाओं की शुचिता एवं निष्पक्षता बनाई जा सके एवं सभी परीक्षार्थी चिंतामुक्त होकर आयोग की विभिन्न परीक्षाओं में भागीदारी कर सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button