एम्स ऋषिकेश में13 जुलाई को होगा दीक्षांत समारोह, इन्हें मिलेगा गोल्ड मेडल
एम्स ऋषिकेश में आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 13 जुलाई (बृहस्पतिवार )को आयोजित हो रहे इस समारोह में 26 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए जाएंगे। कोरोना महामारी के बाद यह आयोजन तीन साल के बाद किया जा रहा है।
मंगलवार को संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डा.) मीनू सिंह ने दीक्षांत समारोह की तैयारियों की समीक्षा की और इस संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। एम्स में दीक्षांत समारोह का यह तीसरा आयोजन है।
इससे पूर्व 3 नवम्बर 2018 और 14 मार्च 2020 को यहां अभी तक दो बार दीक्षांत समारोह आयोजित हो चुके हैं। जानकारी देते हुए कार्यक्रम की नोडल ऑफिसर प्रोफेसर (डॉक्टर) लतिका मोहन ने बताया कि दीक्षांत समारोह में 1041 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी जाएंगी।
इनमें एमबीबीएस 2013-14 बैच के 38, 2015 बैच के 96 और 2016 बैच के 96 छात्र-छात्राएं , एमडीएमएस 2017-20 बैच के 493, डीएमएमसीएच 2018-20 बैच के 148, पीएचडी 2022-23 बैच के 10, एमपीएच 2018-21 बैच के 39, एमएचए के 1, एमएससी एलाईड 20185-19 बैच के 22, बीएससी नर्सिंग 2016 बैच के 56, एमएससी नर्सिंग 2017-20 बैच के 33 और पैरामेडिकल 2022-23 बैच के 9 छात्र-छात्राएं शामिल हैं।
उपाधि पाने वाले छात्र-छात्राओं में से 26 का चयन गोल्ड मेडल के लिए हुआ है। इनमें अधिकांश छात्र-छात्राएं 2015 और 2016 बैच के हैं। जबकि 2017, 2018, 2019 और 2020 बैच के कुछ अन्य छात्र-छात्राओं को भी उपाधियां और मेडल दिए जाएंगे। समारोह सुबह 9 बजकर 30 मिनट से संस्थान के मुख्य ऑडोटोरियम में शुरू होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में कोविड महामारी के दौरान लाॅकडाउन लगने तथा लम्बे समय तक कोरोना संक्रमण की स्थिति बने रहने के कारण एम्स में दीक्षांत समारोह का नियमित आयोजन नहीं हो पाया था।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने बताया कि समारोह की मुख्य अतिथि केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार होंगी।समारोह में टाॅपरों सहित मेधावी छात्र-छात्राओं को भी मेडल से सम्मानित करने के अलावा अलग-अलग विषयों के शोधकर्ताओं को भी उपाधि प्रदान की जाएगी।