देहरादून। रंगमंच और लोक प्रदर्शनकारी और सामाज सेवा विभाग दून विश्वविद्यालय के सहयोग से दिनांक 10 और 11 नवंबर 2022 को 2 दिन की अभिनय रंगमंच कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के स्नातक डॉ सुवर्ण रावत ने किया।
कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को अभिनय की विभिन्न तकनीकों से अवगत कराना है जिससे अभिनेता के अभिनय में सुधार आए। कार्यशाला के अंतर्गत शरीर की विभिन्न मुद्राओं से भिन्न प्रकार के भाव को कैसे व्यक्त किया जाए इस पर विद्यार्थियों ने अपने शारीरिक मुद्राओं के कई अभ्यास किए।
इसके अतिरिक्त अभिनय की विभिन्न सैद्धांतिक पक्षों पर भी बातचीत की जैसे कि विश्व के कई नाटककारों ने अभिनय के अलग अलग सिद्धांत दिए हैं जैसे कि स्तानिस्ल्वासकी का मेथड एक्टिंग, भरतमुनि का नाट्यशास्त्र, ब्रेक्थ का एपिक थिएटर आदि सिद्धांत पर भी चर्चा की गई।
अभिनय की इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को चेतन से अवचेतन मस्तिष्क के द्वारा अभिनय करने पर महत्व दिया गया। इसके अतिरिक्त स्तानिस्ल्वासकी के मेथड एक्टिंग में इमोशन मेमोरी, एकाग्रता, अनुयोजन, कल्पना शक्ति मैजिक इफ जैसे महत्वपूर्ण टूल्स पर भी अभ्यास करवाया गया है। इन टूल्स की मदद से एक अभिनेता अपने अंदर की आंतरिक शक्ति को बाहर निकालता है और बहुत सुंदर अभिनय करता है।
अभिनय हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है इस से हमारे व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण विकास होता है अभिनय कला से इंद्रियों का विकास होता है जिससे हम हमेशा सक्रिय रहते हैं।
इस बारे में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० सुरेखा डंगवाल ने कहा कि इस तरह क्रियाकलापों से विद्यार्थियों को उनके पठन-पाठन में एक नवीन रचना का संचार होता है और उन्हें अपने विचारों को और अधिक प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है।
इस पर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एच० सीo पुरोहित ने कहा कि इस कार्यशाला से विद्यार्थियों के अभिनय में एक सकारात्मक गुणों का विकास होगा और जिससे वह समाज के लिए बेहतर सोच पाएंगे और समाज में जाकर कुछ बेहतर काम कर पाएंगे।
इस अवसर पर डिप्टी रजिस्ट्रार श्री नरेंद्र लाल, डॉ हर्ष डोभाल , डॉ अजीत पंवार, डॉक्टर राकेश भट्ट, प्रोफेसर अंजली चौहान, डॉक्टर नरेश मिश्रा, डॉ सुमित गर्ग , डॉ प्रियंका पहवा और इसके अतिरिक्त छात्रों में सिद्धार्थ डंगवाल, लव सती आरती शाही, गायत्री टम्टा, सोनिया नौटियाल, विनीता, भावना नेगी, अरुण कुमार, आकांक्षा, निधि , रिया, किरण, पुष्पेंद्र अपूर्व आदि छात्र कार्यशाला में उपस्थित थे।