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अर्की विधानसभा मेरी नजर से एक नजर में : चन्द्रशेखर पैन्यूली

 हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुझे प्रवासी के रूप में कार्य करने का मौका मिला, अर्की हिमाचल की काफी चर्चित सीट है इसे आप वीआईपी सीट भी कह सकते हैं क्योंकि यहां से पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह भी विधायक रहे हैं।अर्की में भाजपा का भी काफी पुराना गढ़ है, यहां आज तक कांग्रेस व भाजपा के बीच लगातार प्रतिस्पर्दा रही,हालांकि कांग्रेस यहां से अधिक बार जीती है।जातीय समीकरण के लिहाज से देखें तो यहां से ठाकुर अधिक बार जीते हैं तो ब्राह्मणों को भी यहां से जीत मिली है,ये सीट शिमला लोकसभा के तहत  आती है,अर्की अनारक्षित विधानसभा क्षेत्र है।यहां सबसे अधिक ठाकुर वोटर हैं तो फिर ब्राह्मण वोटरों की संख्या है,पिछड़े  व दलित वोटर भी इस विधानसभा में अच्छी संख्या में है।अर्की विधानसभा की 50 नंबर की सीट है।अब यदि बात करें अब तक के विधायकों की जो यहां से चुने गए तो उनमें सबसे पहला नाम श्री हीरा सिंह पाल जी का है जो 1972 में लोकराज पार्टी से जीते ,1977  में जनता पार्टी के नगीन चंद्र पाल जीते फिर 1982 में भी वही यहां से विधायक चुने गए,1985 में कांग्रेस के हीरा सिंह पाल यहां से विधायक बने तो 1990 में भाजपा के नगीन चंद्र पाल विधायक बने,फिर 1993,98 व 2003 में लगातार कांग्रेस के धर्म पाल ठाकुर यहां से विधायक बने,तो 2007 व 12 में भाजपा के गोविन्द राम शर्मा यहां से विधायक चुने गए,गोविन्द राम शर्मा पर भाजपा ने इस चुनाव में भी दांव लगाया है। 2017 में अर्की से कांग्रेस के दिग्गज 6 बार के मुख्यमंत्री रहे राजा वीरभद्र सिंह अर्की से विधायक चुने गए,उनके निधन के बाद 2021 के उपचुनाव में कांग्रेस के संजय अवस्थी यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे,इस बार कांग्रेस ने संजय अवस्थी को ही उम्मीदवार बनाया है।इस चुनावी समर में सोलन जिले की इस हॉट सीट पर भाजपा के गोविंदराम शर्मा,कांग्रेस के संजय अवस्थी के अलावा वीरभद्र सिंह के करीबी रहे ठाकुर राजेन्द्र राजेन्द्र सिंह आजाद उम्मीदवार के रूप में खड़े हैं तो आप से जीतराम शर्मा प्रत्याशी है।अर्की विधानसभा काफी अलग भौगौलिक स्थिति वाली सीट है ये सीट काफी बड़े क्षेत्रफल में फैली है जिसकी सीमाएं शिमला ग्रामीण सीट,करसोग सीट,नालागढ़ सीट,नैना देवी सीट,कसौली सीट, दून सीट,सुंदर नगर सीट,सोलन सीट आदि से लगती है,इस सीट पर कुनिहार से लेकर अर्की ,शालाघाट  तो दिग्गल से लेकर जयनगर ,कोहू , भ्युकरी, दाड़ला घाट, भराड़ी घाट, डुमैहर, आदि अलग अलग भौगोलिक रूप से फैले क्षेत्र हैं,अधिकतर गांव पहाड़ी है,तो कुछ गांव मैदानी भी है जिनमे अधिकतर  गंबर नदी के किनारे बसे गांव है कुछ पहाड़ों की तलहटी पर बसे गांव भी समतल ही है,हर गांव सड़क से जुड़ा है गांव क्या हर गांव का मोहल्ला,खेत खलियान सड़क से जुड़े हुए हैं।राजनीतिक रूप से अर्की हिमाचल प्रदेश की  एक हॉट सीट है,इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा ,कांग्रेस के बीच ही दिख रहा है,हालांकि निर्दलीय राजेन्द्र ठाकुर भी कुछ खंडो के गांवों में कड़ी टक्कर दे सकते हैं,पर अनुभवी नेता भाजपा प्रत्याशी गोविंद राम शर्मा व कांग्रेस के सीटिंग विधायक संजय अवस्थी के बीच हार जीत की लड़ाई है।

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