शायर दिनेश चंद्र पांडेय उर्फ़ नज़र कानपुरी का निधन हो गया है। भारतीय पुलिस सेवा में पुलिस महानिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए नज़र कानपुरी का 22 अक्तूबर 2022 को उनके ही घर में आग लगने से निधन हुआ है। 21 अक्तूबर की रात खाना खाने के बाद अपने घर में सोए थे, रात में ही उनके कमरे में आग लग गई, जिसकी चपेट में आने से उनका निधन हो गया।
17 नवंबर 1948 का कानपुर में जन्मे नज़र कानपुरी ने पुलिस सेवा में चयनित होने से पहले एम.ए., पी.एच-डी. के साथ एल.एल.बी भी किया था। उनका शुमार के उर्दू के अच्छे शायरों में की जाती थी। ‘दस्तक’, ‘दहलीज’ और ‘दीदार’ नाम से उनकी तीन किताबें प्रकाशित हुई हैं। ‘गुफ़्तगू’ में उनका एक परिशिष्ट भी प्रकाशित हुआ है। उनको जुगनू एवार्ड, नई दिल्ली (1997), कलाश्री एवार्ड, लखनऊ (2000), उ.प्र. उर्दू एकेडेमी एवार्ड (2000), सेतु एवार्ड, वाराणसी (2000), काशी रत्न एवार्ड (2000), नज़ीर एवार्ड (2000), मौलाना मुहम्मद अली ज़ौहर एवार्ड (2001), सर अल्लामा इक़बाल एवार्ड (2001), उर्दू अदब एवार्ड, लखनऊ (2006), सरस्वती सम्मान (2008), गुफ़्तगू, इलाहाबाद द्वारा ‘फ़िराक़ गोरखपुरी एवार्ड’ (2008) और गुफ़्तगू, इलाहाबाद द्वारा ‘कैफ़ी आज़मी एवार्ड’ (2019) प्रदान किया गया था।