उत्तराखंड

विश्व मधुमेह दिवस पर एम्स में जनजागरुकता मुहिम के तहत कार्यक्रम आयोजित

क्या है मधुमेह-
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश जनस्वास्थ्य के मद्देनजर समय समय पर विभिन्न जनजागरुकता मुहिम संचालित करता रहा है,जिससे जनसामान्य को गंभीर किस्म की बीमारियों से दूर रखा जा सके। इसी क्रम में 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस पर एम्स संस्थान के जनरल मेडिसिन विभाग की ओर से जनसामान्य के लिए मधुमेह जनजागरुकता मुहिम शुरू की गई है। जिसके तहत जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष व जाने माने मधुमेह रोग विशेषज्ञ प्रफेसर रविकांत की ओर से मधुमेह बीमारी के कारण, लक्षण व बचाव संबंधी उपायों पर विस्तृत जानकारी मुहैया कराई गई है।

मधुमेह रोग विशेषज्ञ प्रो. रविकांत ने बताया कि यह रोगों का एक समूह है, जिसमें हाइपरग्लाइसीमिया (रक्त में शर्करा मात्रा अधिक) होती है। यह इन्सुलिन के निर्माण में कमी या इन्सुलिन के कार्य में कमी या दोनों के परिणाम स्वरूप होता है। इसमें हाइपरग्लाइसीमिया, जो कि दीर्घावधि तक नुकसान पहुंचाता है। जैसे विभिन्न अंगों के कार्य विशेषकर आंखें, किडनी, नसें, हृदय तथा रक्त कोशिकाओं को हानि पहुंचाता है।

मधुमेह के प्रकार:-
यह मुख्यरूप से दो प्रकार का होता है-

मधुमेह -डायबिटीज़ टाईप.1

मधुमेह -डायबिटीज टाईप.2

इसके अलावा गर्भावस्था से संबंधित मधुमेह भी है।

मधुमेह लक्षण

टाइप.1 मधुमेह
-बार बार पेशाब जाना
-बढ़ती हुई प्यास
-बढ़ती हुई खुराक
-भार का कम होना
-बार बार फोड़े होना
-कई बार मरीज अवचेतन अवस्था में लाए जाते हैं, ऐसी स्थिति को डी.के.ए कहते हैं।

टाईप 2 मधुमेह
-थकान और सुस्ती
-सुन्न होना और सिहरन
-कम कैलोरी के भोजन के बाद भी भार घटाने में मुश्किल
-दृष्टि क्षीणता
-अत्यधिक भूख तथा प्यास

मधुमेह की पहचान-
एफपीजी जांच, फास्टिंग ग्लूकोस परिणाम – (खाली पेट रक्त में शर्करा), (मिग्रा / डीएल)
99 या उससे कम – सामान्य
100 से 125 – मधुमेह की पूर्वावस्था – (आई.एफ.जी)
126 या उससे अधिक -मधुमेह

पी. पी. जांच . पोस्टप्रेंडिअल –(खाने के बाद रक्त में शर्करा)
160 या उससे कम -सामान्य
160.199 -इम्पैरेड पोस्ट प्रेंडिअल
200 से अधिक – मधुमेह

मधुमेह से जुड़े मिथक और तथ्य-
मिथक 1

मेरे परिवार में किसी को भी मधुमेह नहीं है, इसलिए मुझे यह बीमारी नहीं होगी।
मधुमेह से पीड़ित कई लोगों के परिवार में कोई भी करीबी सदस्य मधुमेह से पीड़ित नहीं है। जीवनशैली के विकल्प और कुछ स्थितियां आपके टाइप 2 मधुमेह के खतरे को बढ़ा सकती हैं ।

-अधिक भार वाले लोग
-तथ्य-खराब प्रसूति इतिहास वाली महिलाएं जैसे गर्भपात मृत प्रसव असामान्य गर्भावस्था
-ऐसी महिलाएं जिन्होंने 3.5 किग्रा भार वाले बच्चे को जन्म दिया हो
-उच्च रक्तचाप
-उच्च रक्त ट्राइग्लिसराइड का स्तर
-उच्च कैलोरी वाला भोजन
-अधिक मदिरापान व निष्क्रिय जीवन शैली
-एच डी एल या अच्छा कैलिस्ट्राल स्तर जोकि 35 मिली ग्राम से कम हो तथा ट्राइग्लिसराइड का स्तर जोकि 150 मिली ग्राम से अधिक हो।
-चयापचयी संबंधी परेशानियां जैसे हाइपरलाइपोप्रोटीनेमिया हाईपरयूरिसीमिया आदि।

मिथक 2
मैं बहुत अधिक चीनी खाता हूं, इसलिए मुझे चिंता है कि मुझे मधुमेह हो जाएगा।
तथ्य- चीनी खाने से मधुमेह नहीं होता है। लेकिन फिर भी आपको मिठाइयों और शर्करा युक्त पेय पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए। जिन लोगों को मधुमेह नहीं है। उनके लिए बहुत अधिक चीनी खाने और चीनी से बने मीठे पेय पदार्थ पीने से मुख्य समस्या यह है कि इससे आपका वजन बढ़ सकता है और अधिक वजन होने से मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button