प्रोफेसर प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस को उनके जन्म दिवस पर याद किया
भारतीय सांख्यिकी के पुरोधा प्रोफेसर प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस के जन्म दिवस को जिले में सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाते हुए सांख्यिकी और नियोजन के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया गया।
जिला मुख्यालय स्थित अर्थ एवं संख्या कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रोफेसर प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित कर सांख्यिकी दिवस के आयोजन की शुरूआत की गई। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा इस वर्ष सांख्यिकी दिवस के लिए निर्धारित विषय ‘निर्णय लेने के लिए डाटा का उपयोग‘ पर विचार-विमर्श करने के साथ ही इस कार्यक्रम में अपर संख्याधिकारी नरेन्द्र सिंह राणा, अजय बधानी आदि वक्ताओं ने प्रोफेसर महालनोबिस के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर भी प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने सामाजार्थिक विकास, नीति निर्धारण में सांख्यिकी के महत्व से अवगत कराते हुए कहा गया कि सांख्यिकीय में आंकडो की गुणवत्ता का होना अति महत्वपूर्ण है। आंकडो की गुणवत्ता के आधार पर नीति निर्धारण कर विकास कार्यो को सही दिशा प्रदान की जा सकती है। इस कार्यक्रम में अर्थ एवं संख्या, पशुपालन सहित विकास भवन स्थित अन्य कार्यालयों के कार्मिकों ने प्रतिभाग किया।