देवभूमि उत्तराखंड को ड्रग्स फ्री बनाने की मुहिम को सफल बनाने के लिए संयुक्त निदेशक प्रोफेसर आनंद सिंह उनियाल ने शुक्रवार को कुमाऊँ व गढ़वाल मंडल के राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों और एण्टी ड्रग्स सैल के नोडल अधिकारियों को ऑनलाइन मीटिंग के माध्यम से महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये।समस्त महाविद्यालयों को एण्टी ड्रग्स सैल में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, एनजीओ, मीडिया,व्यापार मंडल, पीटीए,महिला मंगल दल,ग्राम प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मिलित करने को कहा गया। शिक्षण संस्थानों के आस-पास नशीले पदार्थों के सेवन करने वालों को चिन्हित किया जाए और नशे के दुष्परिणामों के प्रति सचेत किया जाये। प्रतिदिन झंडारोहण के बाद विद्यार्थियों के बीच नशे के बुराइयों पर चर्चा की जाए।
जनजागरूकता के लिए ‘नुक्कड़ नाटक’ एक प्रभावशाली माध्यम बन सकता है।प्रत्येक माह नशामुक्ति के कार्यक्रमों को विधिवत आयोजित कर सचित्र विस्तृत रिपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय को प्रेषित की जाए। चकराता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर केएल तलवाड़ ने मीटिंग में जौनसार के तपलाड़ खत में शादियों में शराब न परोसे जाने की मुहिम को महाविद्यालय के समर्थन की प्रो.उनियाल ने सराहना की। समय-समय पर महाविद्यालय द्वारा चिन्हित किये गए स्थलों में चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियान की ‘थर्ड पार्टी निरीक्षण’ की बात भी उन्होंने कही। महाविद्यालयों के आसपास के दुकानदारों को आगाह किया जाये कि वे विद्यार्थियों को गुटखा-तंबाकू आदि कतई न बेचें। नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने लिए मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करें। ऑनलाइन मीटिंग में दो फेज में दो सौ से अधिक प्रतिभागी जुड़े रहे।