चंबा ।नई टिहरी व चंबा में बुधवार को “सहजयोग आज का महायोग” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों व स्थानीय लोगों ने सहजयोग के माध्यम से आत्मसाक्षात्कार प्राप्त किया। बुधवार को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई टिहरी तथा युद्ध स्मारक में सार्वजनिक कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें लगभग 300 से अधिक नए साधकों ने आत्म साक्षात्कार प्राप्त किया। सुबह साढ़े नौ बजे विद्या मन्दिर इंटर कॉलेज नई टिहरी में रुड़की से आये सहजयोगी सुशील कुमार त्यागी, अंग्रेश व पारस अग्रवाल ने सहजयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। दोपहर 12 बजे शहीद स्मारक निकट सुमन पार्क नई टिहरी में भी सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौके पर सहजी सुशील कुमार त्यागी ने बताया कि सहज योग की खोज श्री माताजी निर्मला देवी जी ने 1970 में मानव के कल्याण के लिए की थी। सहज योग में कुंडलिनी जागरण द्वारा निर्विचार समाधि एवं मानसिक शांति से लोगों को आत्मबोध होता है और अपने आप को जानने में सहायता मिलती है । कहा कि सहज योग का अभ्यास विश्व के लगभग 150 देशों में किया जा रहा है, जिसे हर आयु, धर्म, जाति, संप्रदाय द्वारा अपनाया गया है।
वहीं पेशे से शिक्षक अंग्रेश ने बताया कि श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा विकसित सहज योग शारीरिक, मानसिक एवं स्वास्थ्य के लिहाज से अत्यंत लाभदायक है। सहज योग में आसन मुद्रा में बैठकर ध्यान किया जाता है। ध्यान के दौरान इसका अभ्यास करने वाले लोगों के सिर से लेकर हाथों में ठंडी हवा का एहसास होता है, जिसे चैतन्य लहरियां कहते है। उन्होंने सहज योग क्रिया के दौरान बच्चों से अनुभव भी साझा किया। लगभग सभी बच्चों ने हाथ खड़े करते हुए हाथों में ठंडा व गरम महसूस किया। वहीं युद्ध स्मारक में भी कार्यक्रम किया गया जहां पर लोगों ने आत्म साक्षात्कार प्राप्त किया।