एम्स, ऋषिकेश में स्वच्छता विभाग ने नाट्य प्रस्तुति से दिया संदेश

एम्स, ऋषिकेश में स्पेशल कैम्पियन 5.0 के अंतर्गत स्वच्छता विभाग द्वारा सोमवार को ओपीडी क्षेत्र में “सूखे एवं गीले कचरे के पृथक्करण” विषय पर जनजागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। बताया गया है कि नाट्य कार्यक्रम भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशानुसार 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर- 2025 तक चलने वाले स्पेशल कैम्पियन 5.0 अभियान के तहत आयोजित किया गया।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह, डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर जया चतुर्वेदी एवं चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर बी. सत्याश्री के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वयन उप-मेडिकल अधीक्षक डॉ. पूजा भदौरिया एवं क्वालिटी टीम द्वारा किया गया।
इस अवसर पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छताकर्मियों ने एम्स अस्पताल में आने वाले मरीजों, उनके परिजनों एवं अन्य लोगों को गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में डालने के महत्व से अवगत कराया। नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से जनसामान्य को यह संदेश दिया गया कि उचित कचरा पृथक्करण न केवल संक्रमण नियंत्रण में सहायक है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण एवं अस्पताल की स्वच्छता बनाए रखने में भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नुक्कड़ नाटक के दौरान दर्शाया गया कि एक व्यक्ति द्वारा गीले और सूखे कचरे को एक ही डिब्बे में डालने की गलती की जाती है, जबकि दूसरा व्यक्ति उसे सही तरीके से अलग-अलग डिब्बों में डालकर सही संदेश देता है। हास्य पुट से ओतप्रोत इस नाट्य प्रस्तुति के जरिए दिए गए स्पष्ट संदेश को सराहा, साथ ही इससे उपस्थित मरीजों और उनके परिजनों को स्वच्छता का संदेश सहज एवं प्रभावशाली रूप से प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर मौके पर मौजूद जनसमूह ने एम्स अस्पताल की इस पहल की सराहना करते हुए “स्वच्छ अस्पताल – स्वस्थ भारत” के संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।




