95 वर्ष की दादी बोलीं विधर्मी से ना करें शादी
दून के कई सीनियर सिटीजन ने एक साथ देखी द केरला स्टोरी

देहरादून। एक और भारत में भाजपा नेता और पूर्व विधायक यशपाल बेनाम की लड़की का मुस्लिम लड़के से शादी समारोह होने और फिर विरोध के बाद स्थगित होने की चर्चा आम है तो केरल स्टोरी की चर्चा भी हर जुबां पर है। इस बीच देहरादून के कई सीनियर सिटीजन ने एक साथ सिल्वर सिटी मॉल में द केरला स्टोरी देखी। फिल्म देखने के बाद हर सीनियर सिटीजन के जुबान पर एक ही बात थी। यहां एक बेहतरीन रियल स्टोरी फिल्म है। वहीं फिल्म देखने गई 95 वर्षीय श्रीमती माला देवी ने कहा कि या फिल्म वीडियो को जरूर देखनी चाहिए और यह सबक लेना चाहिए कि किसी भी धर्म के साथ शादी न करें।
हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के के बीच शादियां हमेशा चर्चा में रही हैं। आज से करीब चार दशक पहले उत्तरकाशी में भी एक ऐसी ही शादी चर्चा में रही थी। तब बिष्ट परिवार की एक लड़की ने एक मुस्लिम युवक के साथ शादी की थी। तब एक साप्ताहिक समाचार पत्र में यहां शादी शोभा जो शबाना बन गई नाम से हेड लाइन बनी थी। हालांकि दोनों मियां बीवी बहुत ही खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। उनके जीवन में कोई बड़ी नोकझोंक सामने नहीं आई। लेकिन बदलते के समय के साथ आप हिंदू युवतियों से मुस्लिम युवकों के शादी का विरोध होने लगा है।
हिंदूवादी संगठन इस मामले में मुखर होकर सामने आए हैं। हिंदूवादी संगठनों के विरोध की वजह ही थी कि भाजपा नेता यशपाल बेनाम को अपनी बेटी की शादी मुस्लिम युवक के साथ करने की योजना को स्थगित करना पड़ा। अभी देहरादून के सिल्वर सिटी मॉल में शहर के कुछ सीनियर सिटीजन ने एक साथ या फिल्म देखी। हाल से निकलने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया यही थी कि यह फिल्म एक हकीकत है और इससे मुंह नहीं मोड़ना चाहिए।
हिंदू समाज को अपने संस्कार और सभ्यता को देखना चाहिए। फिल्म देखने गई टिहरी जिले की निवासी 95 वर्षीय माला देवी की प्रतिक्रिया हाथी की किसी भी हिंदू लड़की को विधर्मी व्यक्ति से शादी नहीं करनी चाहिए। इस फिल्म को देखने के बाद भी यदि कोई नहीं समझती है तो उसे अपनी दुर्गति के बारे में स्वयं सोचना चाहिए। दादी का यह भी कहना था कि हर मां बाप को अपने बच्चों में हिन्दू संस्कार जरूर देने चाहिए। ताकि वह किसी गलत रास्ते पर ना चले। इस फिल्म को देखने वालों में डॉक्टर खेमचंद कौशल’ अमिता मैथानी सहित कई वरिष्ठ नागरिक महिला एवं पुरुष शामिल थे।