आतंकवाद का कोई धर्म नहीं, डटकर करें मुकाबला
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के तीर्थंकर महावीर डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में एनएसएस की ओर से नेशनल एंटी टेरेरिज्म़ दिवस पर भाषण प्रतियोगिता
बदले की आग पूरी दुनिया को अंधा बना देती है। हिंसा को हिंसा से नहीं रोका जा सकता है। आतंकवाद एक बेवकूफी है। यह एक समूह है, जो अपनी ताकत से सभी को कंट्रोल करने की चाह रखता है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। आतंकवाद केवल विनाश की भाषा समझता है। हमें उन सभी आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से लामबंद होना है, जो हमारी शांति और एकता को तोड़ना चाहते हैं। हम सब एक हैं। हमें आपसी नफरत को भूलकर शांति और अमन का पैगाम देना चाहिए। नेशनल एंटी टेरोरिज्म़ डे का मुख्य उद्देश्य देश में होने वाले वाले हर प्रकार के आतकंवाद के खिलाफ मिलकर लड़ना है। ऐसा मानना है, तीर्थंकर महावीर डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के स्टुडेंट्स का। भाषण प्रतियोगिता में बीडीएस तृतीय वर्ष की वंशिका त्यागी, हृदेश और सुरेखा, बीडीएस फोर्थ ईयर के अभिलीन कौर, काश्वी और अपूर्वा, इंटर्न्स तूलिका और प्रतिक्षा ने प्रतिभाग किया। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गए। राष्ट्रगान के संग कार्यक्रम का समापन हुआ।
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिहं बोले, सिर्फ बंदूकों से ही आतंकवाद नहीं होता है। लोगों में डर पैदा करने के और भी बहुत से तरीके हैं जैसे- भाषा, नज़रें और किसी को छूने का तरीका। उन्होंने कहा, हमें देश में भयमुक्त वातावरण बनाना होगा। इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा। किसी भी हिंसक गतिविधि से डरें नहीं और उसका संज्ञान लेकर सामना करें। प्रो. सिंह तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में एनएसएस इकाई की ओर से नेशनल एंटी टेरोरिज्म़ दिवस पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। डेंटल कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. प्रदीप तांगड़े ने कहा, आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है। उससे निपटने में हमारा देश पूरी तरह से समक्ष है। हमें किसी से ड़रने की जरूरत नहीं है। कार्यक्रम में डेंटल कॉलेज के एनएसएस कोर्डिनेटर डॉ. उपेन्द्र मलिक के संग-संग बीडीएस थर्ड एंड फोर्थ ईयर के स्टुडेंट्स उपस्थित रहे। संचालन इंटर्न अपूर्व ने किया।