
बारिश से कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में ठिठुरन भरी ठंड पड़ रही है। तराई और भाबर क्षेत्र भी बारिश के बीच ठंडी हवाओं से पैदा हो रही गलन से अछूते नहीं हैं। गुरुवार को कुमाऊं में पहाड़ के पांच जिलों का पारा पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया। नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चम्पावत और बागेश्वर जिलों में इस बीच न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को कुमाऊं में नैनीताल और पिथौरागढ़ सबसे ठंडे जिले रहे।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ की वजह से यह बारिश हो रही है। ला-नीना इफेक्ट के कारण ठंड का प्रकोप बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही हवाओं के कारण गलन महसूस हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल 25 जनवरी तक मौसम और ठंड का प्रकोप ऐसे ही बने रहने की संभावना है। सीमांत पिथौरागढ़ जिले में अपेक्षाकृत बेतहाशा ठंड पड़ रही है। पिथौरागढ़ में दिन और रात के तापमान में दस गुना तक का अंतर दर्ज किया गया है। मुनस्यारी में बारिश और बर्फबारी से गुरुवार को तापमान माइनस तीन डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ठंड की ऐसी ही स्थिति कुमाऊं के पहाड़ी जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर और चम्पावत की भी है।
नैनीताल जिले के पर्वतीय भाग में भी गुरुवार को ठंड ने अपना असर दिखाया है। कुमाऊं के तराई क्षेत्र में आने वाले ऊधमसिंह नगर जिले में कोहरे और बारिश ने ठंड में खासा इजाफा कर दिया है। भाबर क्षेत्र में कुछ स्थानों पर गुरुवार सुबह से रुक-रुककर बारिश और कोहरे से पारा गिरा है। इस परिस्थिति के चलते तराई और भाबर क्षेत्र में दिन और रात का तापमान लगभग बराबरी पर पहुंच रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण तराई से लेकर पहाड़ तक हल्की बारिश पड़ रही है। शुक्रवार शाम से बादल छाएंगे। अगले दो-तीन दिन बादल और बारिश का अनुमान है। – डॉ.आरके सिंह, मौसम वैज्ञानिक, जीबी पंत कृषि विवि, पंतनगर।