उत्तराखंड निर्माण के समय नेताओं ने नहीं किया राज्य का खाका तैयार: देबी सिंह पवार

इस राज्य का निर्माण गलत समय पर हुआ इस राज्य का आंदोलन भी गलत समय पर हुआ आंदोलन किया छात्रों ने आरक्षण के खिलाफ और आंदोलन को कब्जा दिया बडुनी जी ने जब किसी आंदोलन की रूपरेखा सही समय तय नहीं किया गया और आपने देखा इस आंदोलन के बीच में क्या-क्या संघर्ष झेलना पड़ा कितने लोग शहीद हो गए कितने मां बहनों की सिंदूर उड गया आंदोलन किया उत्तराखंड वालों ने फायदा मिला झारखंड और छत्तीसगढ़ वालों को उन्होंने तो आंदोलन नही किया उनको फ्री में राज्य मिल गया चलो राज्य मिल भी गया 2000 से 2002 तक तो क्या हुआ इन नेताओं ने क्या किया क्या उत्तराखंड का खाका तैयार किया ?
इन्होंने हमारा अधिकार दर्ज किया कितनी विधानसभा होगी कितने विधायक होंगे कितनी तहसील बनेंगे उत्तराखंड के लोग ही मूलनिवासी रहेंगे बाहर के लोगों को यहां स्थान नहीं मिलेगा इन्होंने सब ने अपनी राजनीति चमकाईऔर उत्तराखंड के लोगों को बेवकूफ बनाया तभी बने और आजभी बन रहे हैं मैं इन संगठनों से निबेदन कर रहा हूं हमारा उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी का संगठन है आप एक बार पूरी उत्तराखंड में घूम कर के लोगों को जागृत करो लोगों को समझाओ देहरादून मत बुलाओ देहरादून से उतराखंड के तरफ आ जाओ और लोगों को अपनी बात समझाने में सफल हो जाओ और नया राज्य का निर्माण करवाओ
यह मेरे विचार है मैंने भी जब से होश संभाला है तब से लड़ाई करते-करते कभी जेल में कभी रेल में जनता के लिए लड़ता रहा और मेरा पूरा इतिहास सरकार के सूचना तंत्र के पास है और जनता के पास है इसलिए मैं अपना अनुभव आपको बता रहा हूं व्हाट्सएप में मैसेज के द्वारा जनता को देहरादून मत बुलाओ देहरादून से पहाड़ के तरफ आओ और जनता को समझाओ और नया राज्य का निर्माण कराओ अगर आप उत्तराखंड के हितेषी है तो बाकी अपनी राजनीति चमकानी है तो चमकाते रहोआज जनता को नेताओं से भरोसा नहीं रहा जितने भी नेता है नेतागिरी बंद करो राज्य की लड़ाई शुरू करो मैसेज भेजने से लड़ाई नहीं लड़ी जाती जनता के बीच जाने से लड़ाई लड़ी जाती है मेरी बात को आप समझ रहे हैं आने वाली पीढ़ी आप को माफ नहीं करेगी।
जय उत्तराखंड
देबी सिंह पवार राज्य आंदोलनकारी