ऋषिकेश , प्रधानमंत्री जन औषधि दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के जन औषधि केंद्र को उत्तराखंड में जन औषधि की सबसे अधिक दवाओं की बिक्री के लिए प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। इस अवसर पर जन औषधि केंद्र को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री
जन औषधि परियोजना के माध्यम से देश में सस्ती व गुणवत्तापूर्ण दवाओं के क्षेत्र में क्रांति आई है। देश में जन औषधि की दवाओं के प्रति लोगों का विश्वास जगा है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में मरीजों को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण दवाओं के लिए एक जन औषधि केंद्र संचालित किया जा रहा है। जिसके माध्यम से मरीजों को सस्ती दवाओं को उपलब्ध कराया जाता है।
जन औषधि केंद्र के संकाय प्रभारी डॉ. पुनीत धमीजा ने बताया कि आज के समय में सरकारों व सरकारी स्वास्थ संस्थानों की प्रथम प्राथमिकता यह है कि ईलाज के खर्च को कम किया जाए। इसमें जन औषधि केंद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसमें दवाओं का रेट मार्केट के अपेक्षा 50 से 90 प्रतिशत तक कम है। सबसे बड़ी बात यह है कि आम धारणा है कि सस्ती दवाई है तो इसकी गुणवत्ता कैसी होगी। जबकि वास्तविकता यह है कि सभी दवाइयां विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुरूप तैयार की जाती हैं। इसके उपरांत सरकार स्वयं भी जन औषधियों को राजकीय प्रयोगशाला में परीक्षण के बाद उन्हें मार्केट में आमजन को उपलब्ध कराती है।
फार्मासिस्ट हिमानी सिंह राजपूत ने बताया कि हमारा प्रयास इन्वेंट्री बढ़ाने पर है ,जिससे ज्यादा से ज्यादा दवाइयां मरीजों को उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने बताया कि अब जन औषधि केंद्रों पर ग्लूकोमीटर , सर्जिकल आईटम भी उपलब्ध हैं।
फार्मासिस्ट बबीता रावत के अनुसार बाहर और जन औषधि की दवाओं के रेट की तुलना में जन औषधि की दवाइयां आम जन के लिए किसी सौगात से कम नही हैं, क्योंकि अब मरीज इन्हें न्यूनतम मूल्य में खरीद सकते हैं।
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जन औषधि केंद्र ऋषिकेश में जन औषधि दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मरीजों ने केक काटकर कर जन औषधि दिवस मनाया।
जन औषधि दिवस के अवसर पर एम्स ऋषिकेश परिसर में स्थापित केंद्र पर दवा लेने आए मरीजों से केक कटवाकर जन औषधि दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मरीजों को जन औषधि केंद्रों के माध्यम से दवा खरीदने को प्रेरित किया गया। जिससे गुणवत्तापरक दवाओं के साथ साथ कम खर्च में जरूरतमंदों को दवा उपलब्ध हो सके।