2022 की विदाई और नए साल के स्वागत के लिए होटल और कैंपों की तैयारियां पूरी हो गई है। व्यवसायियों ने अपने कैंपों को पर्यटकों की डिमांड के मुताबिक सजा दिया है। यहां पर्यटकों के लिए केक कटिंग, बॉर्न फायर, डीजे समेत विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं जुटा ली गई हैं। अब नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। जिसके चलते होटल और कैंप फुल हो गए हैं।
31 दिसंबर की शाम तपोवन, मुनि की रेती, लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम आदि क्षेत्रों में संचालित होटलों में पर्यटक नए साल का जश्न मनाने के लिए पहुंचते हैं। इसके लिए दिल्ली, हरियाणा, मुंबई, राजस्थान, कोलकाता आदि प्रांतों के सैलानियों ने दो से तीन महीने पहले ऑनलाइन बुकिंग कर दिया था। 30 दिसंबर से पर्यटकों का यहां आना शुरू हो गया है। हेंवल घाटी अंतर्गत गरुड़चट्टी, रत्तापानी, घट्टूगाड़, बैरागढ़, मोहनचट्टी, बिजनी, नैल के अलावा तपोवन क्षेत्र स्थित घुघतानी, क्यार्की, शिवपुरी, व्यासी आदि क्षेत्रों में संचालित कैंप भी पर्यटकों से फुल हो गए हैं। शुक्रवार से ही ऋषिकेश, मुनिकीरेती और तपोवन क्षेत्र में बाहरी वाहनों की दबाव बढ़ गया है।होटल व्यवसायी अनुसूया प्रसाद पांडेय, रामनारायण, सुधीर खंडूड़ी, प्रदीप शर्मा ने बताया कि नए साल के जश्न के लिए होटल पैक हैं। होटलों में पर्यटकों के लिए डीजे, केक कटिंग, बॉर्न फायर आदि की व्यवस्था की गई है। कैंप व्यवसायी अरविंद नेगी, लक्ष्मण सिंह राणा, धनवीर भंडारी, राम सिंह भंडारी, विनोद पांडेय ने बताया कि नए साल के जश्न के लिए कैंप फुल हो गए हैं। जिन पर्यटकों की बुकिंग नहीं हैं वह वापस लौट रहे हैं।
राफ्टिंग के कारोबार में आई गिरावट
शीत लहर और ठंड का प्रकोप होने के कारण राफ्टिंग के कारोबार में गिरावट आई है। इस बार नए साल के जश्न में सैलानियों की रुचि साहसिक खेलों की ओर कम दिखाई दे रही है। राफ्टिंग व्यवसायी दिनेश भट्ट, जीतपाल सिंह, त्रिवेंद्र नेगी, जितेंद्र कुमार, राज सिंह ने बताया कि बीते दो दिनों से शीतलहर और ठंड का असर अधिक हो गया है। जिसके कारण राफ्टिंग का कारोबार कम हो गया है। कोरोनाकाल के बाद उन्हें उम्मीद थी कि इस नए साल के जश्न में कारोबार में उछाल आएगा। नए साल के जश्न में राफ्टिंग के लिए पर्यटकों का हुजूम उमड़ता था। लेकिन इस बार 50 प्रतिशत ऑनलाइन बुकिंग भी नहीं हो पाई है।