देहरादून। जिन रास्तों से कभी गांव से पड़ने के लिये निकलते थे अजय सिंह बिष्ट आज उन्हीं रास्तों से एक बड़े सूबे के ताकतवर मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ अपने गांव पहुंचे। जिन पैरों में लाखों लोग शीश झुकाते हैं उसव्यक्तित्व का शीश आज अपनी माँ की चरणों में था। योगी आदित्यनाथ ने अजय बिष्ट के तौर पर जिस घर में पड़ाई लिखाई की और अपना बचपन बिताया उस घर को वह देर तक निहारते रहे। उनकी आंखें यादो में खोइ हुई थी, वह नम आंखों से अपने पिता को भी याद कर रहे थे। योगी ने रात भी उसी कमरे में बिताई जहां वह अजय बिष्ट के रूप में सोते रहें हैं। योगी आदित्यनाथ ने छोटे-छोटे बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाई।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है। यहां अच्छी शिक्षा, अच्छा माहौल, सौंदर्य और संभावनाएं हैं। उत्तराखण्ड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है। देश 2014 के बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। देश को बचाना है तो उत्तराखण्ड के पलायन को रोकना होगा, क्योंकि उत्तराखण्ड देश की उत्तरी सीमा है. उत्तराखण्ड मे आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगा। योगी जी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का होगा, लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगा।