उत्तरकाशी। सीमांत विकास खंड मोरी के आराकोट गांव में एक महिला की कमरे में संदिग्ध हालात में मौत होने का मामला प्रकाश में आया है, महिला के हाथ पैर बंधे थे, परिजनों को हत्या व दुष्कर्म का अंदेशा है।
पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा मुकदमा दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है।
मामला मोरी के आराकोट गांव का है जहां 48 वर्षीय राधिका देवी पत्नी अबल दास शुक्रवार को कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिली, महिला के हाथ पैर बंधे हुए थे।
मामला संज्ञान में तब आया जब शुक्रवार सुबह को गांव के लोग होली खेलने राधिक के घर गये एवं दरवाजा खोला तो महिला के हाथ पैर बंधे होने की सूचना गांव में फैल गई तथा लोग मृतका के घर पंहुचे और घटना की सूचना पुलिस चौकी में दी। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर लाश कब्जे में लेकर देर सांय पोस्टमार्टम को नौगांव भेज दी व मुकदमा दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी।
दूसरी ओर महिला के परिजनों ने दुष्कर्म एवं हत्या की आशंका जता पुलिस को तत्काल आरोपितों की गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने की मांग की।आराकोट गांव के मनमोहन चौहान ने बताया कि मृतक महिला का पति पशुपालन विभाग उतरकाशी में कार्यरत हैं तथा दूसरी पत्नी के साथ उतरकाशी में रहता है व राधिका बीते दस वर्षों से गांव में अकेले रहती थी।
थानाध्यक्ष मोरी सतीश घिल्डियाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह आराकोट में एक महिला के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना पर पुलिस ने लाश पोस्ट मार्टम को भेज दी है व अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की जा रही है, मामला प्रथम दृष्टया हत्या का प्रतीत होता है। पुलिस का घेराव कर जल्द गिरफ्तारी की मांग दूसरी ओर आराकोट गांव के ग्रामीणों ने क्षेत्र में पढ़ती नशाखोरी, स्मेक, चरस आदि की तस्करी समेत आपराधिक घटनाओं को लेकर पुलिस से सख्ती बरतने की मांग कर मामले में हत्या आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। साथ ही 3 दिन के अंदर मामले का खुलासा न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी।
सामाजिक कार्यकर्ता मनमोहन चौहान, जगदीश राणा आदि ग्रामीणों का कहना है कि आराकोट बंगाण हिमाचल की सीमा से लगा है, बहार से आकर अपराधी तस्करी व चोरी आदि आपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहा है, किंतु पुलिस अपराधियों पर शिकंजा नहीं कस पा रही है।
ग्रामीणों ने मांग की कि हिमाचल उत्तराखंड बॉर्डर से लगे आराकोट क्षेत्र में नशा तस्करी हत्या जैसी घटनाओं के आए दिन घटित होने से लोगों में भय का माहौल है व आए दिन चरस स्मैक आदि की तस्करी भी बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों ने मांग की कि तमाम अपराधियों की पहचान कर तत्काल मामले का खुलासा कर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की तथा 72 घंटे में खुलासा न होने पर आराकोट- हिमांचल राष्ट्रीय राज मार्ग पर चक्काजाम करने की चेतावनी दी।
घेराव मौके पर मनमोहन सिंह चौहान, राजेंद्र राणा, रीना राणा ग्राम प्रधान आराकोट, जगदीश राणा, सुशीला देवी, रैना दैवी, कला देवी, किरण राणा आदि ग्रामीण मौजूद थे।