देहरादून। पहाड़ से उतरकर मैदान में आई महिलाएं अपने सामाजिक सरोकारों, लोक संस्कृति और कृषि कार्यों से जुदा नहीं हुई हैं। सामाजिक एकता के साथ ये महिलाएं अनूठी मिसालें कायम कर रहीं हैं इसी क्रम में महिला उत्थान सशक्तिकरण ट्रस्ट ने लीज पर जमीन लेकर कृषि कार्यों में हाथ अजमाते हुए गेहूं की फसल उगाई है। महिलाओं का केहना है कि इससे वह जहां कृषि कार्यों से जुड़ी रहेंगी वहीं उन्हें आर्थिक लाभ भी होगा। कृषि कार्यों से होने वाली आय से ट्रस्ट महिलाओं की आर्थिक मदद भी करता है। महिला उत्थान सशक्तिकरण ट्रस्ट के द्वारा लीज पर ली गई जमीन पर गेहूं कटाईक्ष कर सभी बहनों का बहुत-बहुत आभार किया सबने मिल बांट के गेहूं लवाई का कार्य संपन्न किया। ट्रस्ट की बहनो का प्यार देखकर।आप लोग यकीन नही करेगे कि ट्रस्ट की सभी बहनो ने अपनी मेहनत ,अपनी लग्न और यहा तक की अपना पैसा भी ट्रस्ट को दिया। अभी तक कुछ लिया नही है। निस्वार्थ भाव से ये लोग ट्रस्ट के लिये काम करते है आप लोग भी बहनो का मनोबल हमेशा बढाये रखना इस मौके पर सरला ज़खमोला विमला पोखरियाल अरुणा शर्मा विमला पवार रेनू रौतेला कपिला सकलानी आरती राणा सोना चमोली सुषमा बिजलवान गुड्डी नेगी ममता रजनी तड़ियाल आदि महिलाएं मौजूद रहीं।
महिला उत्थान सशक्तिकरण ट्रस्ट कार्की चौक देहरादून की महिलाओं द्वारा लगातार कई सारे प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें महिलाओं का आर्थिक सामाजिक और राजनीतिक विकास को लेकर बहुत सारे सामाजिक मुद्दों पर भी उल्लेखनीय कार्य कर रही है इनके कार्यों से उन तमाम महिलाओं को प्रेरणा मिलती है जो महिलाएं हमेशा नकारात्मक सोच के साथ रहती हैं।
ढूंढ सको तो इस माटी में सोना है हिम्मत का हथियार नहीं बस सोना है उसका दो तो हर मौसम मस्ताना है गुजर गया जो समय उसे क्या रोना है लो हाथों में हाथ दो एक दूजे का साथ दो इस मिट्टी का सोया प्यार जगाना है मरुधरा को मिलकर स्वर्ग बनाना है।