
देहरादून। आप अगर बाबा केदार के दर्शन करने कामन बना रहे हैं, तो जल्दी कीजिए। इसकी वजह धाम के कपाट काछह नवंबर को छह माह के लिए बंद होना है। कोरोना के कारण दो वर्षों से चार धाम यात्रा लंबे अर्से तक बंद रही। अब यात्रा खुली तो कपाट बंद होने का समय निकट आ गया।ऐसे में यदि श्रद्धालु बाबा केदर्शन करना चाहते हैं तो वह छह नवंबर से पहले यात्रा का कार्यक्रम बना लें।
करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र भगवान केदारनाथ धाम के कपाट छह नवम्बर को भैया दूज के दिन सुबह साढ़े आठ बजे बंद कर दिए जाएंगे। इसके लिए बाबा केदार की उत्सव डोली का कार्यक्रम घोषित किया गया है। छह नवम्बर को भैया दूज के दिन केदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद होंगे। उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के कार्याधिकारी ने बताया कि छह नवंबर को भगवान केदारनाथ की उत्सव डोली केदार मंदिर से प्रातः 8:30 बजे प्रस्थान करते हुए रात्रि विश्राम रामपुर करेगी। अगले दिन 7 नवंबर को प्रातः रामपुर से प्रस्थान करते हुए उत्सव डोली फाटा, नारायणकोटी होते हुए रात्रि विश्राम गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर में करेगी।
केदारनाथ की उत्सव डोली 8 नवंबर को गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर से प्रस्थान करते हुए करीब 11 बजे सुबह पंच केदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में प्रवेश करेगी। पूजा अर्चना और परम्परानुसार डोली को शीतकालीन गद्दी स्थल में विराजमान किया जाएगा। जहां बाबा केदार की छह महीने शीतकालीन पूजाएं की जाएंगी।