
रामचन्द्र नौटियाल
उत्तरकाशी । मुझे रामचन्द्र उनियाल *रा.स्ना.महाविद्यालय उत्तरकाशी* देवभंमि उत्तराखण्ड में महाविद्यालय के स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने (स्वर्ण जयन्ती) के उपलक्ष में *प्रथम पूर्व छात्र मिलन समारोह* मे सम्मिलित होने का सौभाग्य मिला। जिसमें मा.शिक्षा निदेशक *बडे भाई रामकृष्ण उनियाल* जो मेरे छात्र जीवन से ही मार्गदर्शक रहे
*वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार श्री रमेश कुडियाल* जिनसे मुझे कुछ साहित्य सृजन व नेतृत्व की प्रेरणा मिली *आइ ए एस *सुवर्धन शाह* से मिलने का सुअवसर प्राप्त हुआ।

जोकि जिब्या कोटधार में बडे भाईजी *धरर्मानन्द नौटियाल*डा.लोकेन्द्र नौटियाल. *डा.जनानन्द नौटियाल*के गुरु व शिक्षक रहे ।
श्री सुवर्धन शाह जिनका संस्मरण पूज्य पिताजी मुझे अक्सर सुनाया करते थे ।
राजनीतिशास्त्र की प्रोफेसर श्रीमती जानकी पंवार मैम जो वर्तमान में कोटद्वार गढवाल मे रा. स्ना महा.वि.मे प्राचार्य हैं ।
*श्रीमती जानकी पंवार* मैम हमारी *राजनीतिशास्त्र की प्रोफेसर* व हेड आफ डिपार्टमेंट रही।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व वर्तमान में पुरानी पेंशन बहाली मंच के प्रदेश अध्यक्ष *बडे भाई जीतमणी पैन्युली*
*पूर्व महासचिव साब सिंह कलूडा जी*
*पूर्व अध्यक्ष भाई दिनेश पंवार जी*
*कई सहपाठी मित्रो* व तत्कालीन अनगिनत
जूनियर व सीनियर
पुराने साथियों से मुलाकात हुई ।
इन सभी से मिलकर सारी पुराने यादें ताजा हो गयी।
वो 1994 का वो *उत्तराखण्ड राज्य जनान्दोलन*
*पुरीखेत कैम्पस* व *पुराने रा.स्ना.महाविद्यालय उत्तरकाशी*
व अपने छात्र जीवन की यादें ताजा हो
गयी
*इन यादों को आज समेटने का मुझे सुअवसर मिला*
*ये यादें हमेशा मेरे स्मृति पटल पर बनी रहेंगी।*
*यादें भी मासूम व कोमल होती हैं*
*वन्देमातरम*
*जय भारत जय उत्तराखण्ड*
