
जोशीमठ। बुधवार को जोशीमठ के पीड़ितों के आंसू पहुंचने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर जोशीमठ पहुंचे। रात्रि विश्राम के बाद दोहा यहां स्थित नरसिंह देवता के मंदिर में पहुंचे I उन्होंने भगवान नरसिंह से जोशीमठ की त्रासदी से उबरने की प्रार्थना की। इसके साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक कर लोगों को त्वरित राहत देने के निर्देश दिए। कहा कि यहां फौरी राहत लोगों के घरों पर मरहम लगाने के लिए दिया जा रहा है। जल्द ही कैबिनेट बैठक में राहत और पुनर्वास पैकेज पर विचार विमर्श कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस बीच जोशीमठ में खलनायक बने मलारी हिल होटल और माउंट व्यू होटल को गिराने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है l
जोशीमठ शहर में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक कुल 678 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं। सीबीआरआई की टीम ने सोमवार को मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया था। आज बृहस्पतिवार को होटल माउंट व्यू को ढहाया जा रहा है। इन होटलों को अत्यधिक क्षति पहुंची है।

जिलाधिकारी हिमांश खुराना ने जोशीमठ आपदा अधिनियम 2005 की धारा 34 टी के तहत होटल मलारी इन व माउंट व्यू को आम जन मानस की सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल ध्वस्त किए जाने के आदेश जारी किए थे। जोशीमठ में होटल को तोड़ने जाने की कार्रवाई शुरू गई है। जोशीमठ में बीते मंगलवार को ही होटल माउंट व्यू और मलारी इन को ध्वस्त किया जाना था, लेकिन होटल स्वामियों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि आर्थिक मूल्यांकन नहीं किया गया, साथ ही नोटिस तक नहीं दिए गए। विरोध बढ़ने पर प्रशासन को कदम पीछे खींचने पड़े। हालांकि अधिकारियों का कहना कुछ और ही था। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ.रंजीत सिन्हा ने कहा कि ऊंचे भवनों को तोड़ने के लिए क्रेन की आवश्यकता है, जो वहां नहीं मिल पाई। इसलिए देहरादून से क्रेन भेजी गई ।
- 723 पहुंची दरार वाले भवनों की संख्या, 86 असुरक्षित
- होटल तोड़ने जरूरी
मलारी इन और माउंट व्यू होटल को चरणबद्ध तरीके से गिराया जाएगा। ये होटल टेड़े हो गए हैं। इसे तोड़ना जरूरी है क्योंकि इसके नीचे भी कई घर और होटल हैं और अगर ये ज्यादा धंसेगा तो कभी भी गिर सकता है।