
उत्तरकाशी। भगवान श्री काशी विश्वनाथ, मां दुर्गा और मां भागीरथी की कृपा से श्री आदर्श रामलीला समिति (रजि.) उत्तरकाशी द्वारा आयोजित ऐतिहासिक सौम्यकाशी (बाड़ाहाट) रामलीला का 74वां वार्षिक मंचन बुधवार से प्रारंभ हुआ। प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाली यह रामलीला इस बार पाँचवीं बार गढ़वाली बोली-भाषा में भी प्रस्तुत की जा रही है। मंचन प्रतिदिन शाम 7:30 बजे रामलीला मैदान में होगा और 3 अक्टूबर को श्रीराम झांकी व पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न होगा।
पहले दिन मंचन में चक्रवर्ती महाराज दशरथ और कैकई के बीच संवाद, राम-सीता-लक्ष्मण को वनवास की तैयारी तथा अयोध्या से प्रस्थान के भावुक दृश्य प्रस्तुत किए गए। महाराज दशरथ की भूमिका विजय चौहान, कौशल्या की दुर्गा रांगड़, सुमित्रा की सविता विश्वकर्मा और कैकई की भूमिका सुप्रसिद्ध लोकगायिका रेनू डोभाल ने निभाई। भावपूर्ण अभिनय ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
इस वर्ष रामलीला का विशेष आकर्षण 3 अक्टूबर को रहेगा, जब पहली बार रामलीला मैदान में वीर अभिमन्यु गढ़वाली चक्रव्यूह नाटक का मंचन होगा। इसका निर्देशन आचार्य कृष्णानंद नौटियाल करेंगे और केदारघाटी मण्डाण ग्रुप (गुप्तकाशी, रुद्रप्रयाग) की महिला कलाकार इसमें प्रस्तुति देंगी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तरकाशी फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र महर व अनिल सेमवाल ओम फोटो मौजूद रहे। समिति ने स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका स्वागत किया।
समिति के संरक्षक ब्रह्मानंद नौटियाल (राष्ट्रपति पुरस्कृत), प्रभावती गौड़, रमेश चौहान, अध्यक्ष गजेंद्र सिंह मटूड़ा, महासचिव विजय प्रकाश भट्ट, कोषाध्यक्ष अरविंद सिंह राणा, प्रबंधक भूपेश कुड़ियाल सहित दर्जनों पदाधिकारी और सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे।