विजयेश्वर डंगवाल ने कहा कि ज्ञानानन्द भट्ट जिनके नाम इस स्कूल से जुड़ा है वो अपने आप में प्रेरणा के श्रोत थे वो सफल उद्यमी, वैद्य के साथ साथ समाज सुधारक थे। उन्होंने उस जमाने में उद्योग की स्थापना की जब कोई यहां बड़े उद्योग की कल्पना भी नहीं कर सकता था। उन्होंने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कंडारी और सभी अध्यापिकाओं का धन्यवाद ज्ञापित किया कि उन्होंने बच्चों के लिए इतना सुन्दर वातावरण बनाया स्कूल की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया। साथ ही रा प्र विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अनीता जोशी और रा मा विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अंजना रजवार , ममता सेमवाल का भी धन्यवाद ज्ञापित किया।
सृष्टि सामाजिक संस्थान की श्रीमती संजू भट्ट ने कहा कि स्कूल का वातावरण पढ़ाई के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है और तीनों स्कूलों का वातावरण पढ़ाई के लिए अनुकूल के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है। सभी स्कूल की प्रधानाध्यापिका और अध्यापिकायें इसके लिए साधुवाद की पात्र हैं।
प्रधानाध्यापिका कंडारी ने भारत डिजास्टर रिलीफ फाउंडेशन और लोक हितैषी जन मंच का धन्यवाद करते हुए कहा कि स्कूल में ज़्यादातर बच्चे गरीब परिवार से हैं उन्होंने बच्चों की जरूरत को समझते हुए उन्हें उपयोगी सामग्री प्रदान की सभी बच्चों के मुख पर मुस्कान आ गई। बच्चों ने भी एक स्वर में भारत डिजास्टर रिलीफ फाउंडेशन को धन्यवाद देते हुए “Thank you BDRF” कहा।