उत्तराखंडशिक्षा

बालमन ने रंगों से पहुaचाई अपने मन की कल्पना

देहरादून। चित्रकला’ और ‘लेखन’ मानव जीवन की महत्वपूर्ण विधा हैं, जो अद्वितीय प्रतिभा से अपनी कल्पनाओं को ब्रश रंगों से एवं आंतरिक भावनाओं को लेखन के साथ मूर्तरूप देकर ऐसी कला का सृजन करते हैं। जिसे देखकर मन स्वतः ही आत्म विभोर हो जाता है। मन में रुचि पैदा करने और उनके अन्दर की ललक को निखारने के उद्देश्य से *’वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह’* पर वन विभाग और राजकीय इण्टर कॉलेज बुरांसखंडा के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित ओपन कलाचित्र व निबंध प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।

प्रतियोगिता के संचालन में संलग्न वनक्षेत्राधिकारी अनूप राणा व प्रधानाचार्य के के राणा ने बताया कि प्रतियोगिता जूनियर, सीनियर व सामान्य तीन वर्गो निबंध लेखन, पोस्टर एवं सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी के आधार पर आयोजित की गई, जिसमें वन्य प्राणियों के साथ ही पर्यावरण संरक्षण हेतु आमजन की सहभागिता व प्रकृति में मानव जीवन, पर्यावरण एवं वर्तमान समय में कोविड-19 का प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार प्राप्त हुए। आयोजकों ने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने उत्साहित होकर अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया है, विजेताओं को शीघ्र ही प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार व प्रमाणपत्र उपलब्ध करवाये जायेंगे। परिणाम इस प्रकार हैं:-

(अ) पोस्टर प्रतियोगिता:
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प्रथम: मनीष
द्वितीय- सान्वी नेगी
तृतीय- मनीषा
सांत्वना- संध्या नेगी, मानसी
(स) निबन्ध प्रतियोगिता:
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प्रथम- दीक्षा भंडारी
द्वितीय- ज्योतिका
तृतीय- काजल नेगी
सांत्वना- अनुजा

सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता’:
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प्रथम- ईशा
द्वितीय- संध्या
तृतीय- काजल
वन क्षेत्राधिकारी अनूप राणा ने बच्चों को शुभकामना देते हुए कहा कि जीवन में ‘कला’ एवं ‘लेखन’ की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, आपके विचारों व कल्पनाओं को निखारने में जहाँ रंगों की पहचान जरूरी है, वहीं मन की भावनाओं को व्यक्त करने के लिए लेखन भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं हमारे जीवन को जीवन्त रखने में अहम होती हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना-कॉल में हमें महसूस हो गया है कि पर्यावरण की स्वच्छता हमारे जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, हम साफ रहेंगे तो स्वस्थ होंगे। स्वस्थ मन से हमारा मस्तिष्क, हमारी सोच को विकसित करने में मददगार साबित होगा।
प्रधानाचार्य के के राणा ने बताया कि हम वन्य जीवों की सुरक्षा के साथ ही पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए निरन्तर कार्य कर रहे हैं, जिसमें आमजन के साथ साथ बच्चों का भी पूर्ण सहयोग मिलता है, कोरोना-कॉल की वजह से बच्चों से संवादहीनता न हो, उनके लिए समय समय पर ऑनलाइन प्रतियोगिता भी आयोजित होंगी।
प्रवक्ता कमलेश्वर भट्ट ने बताया कि प्रतियोगिता में बच्चों ने बड़े उत्साह से भाग लिया, प्रकृति के प्रति बालमन की सकारात्मक कल्पना हम सभी के लिए सुखद भविष्य का शुभ संकेत है।
शीघ्र ही प्रतियोगिता में शामिल सभी बच्चों को ‘प्रशस्ति-पत्र’ एवं विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किये जाने की व्यवस्था की जा रही है।
प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक सम्पादित करने में ‘वन विभाग’ से उप वन क्षेत्र अधिकारी होशियार सिंह, वन दरोगा हरविन्द सिंह रावत व प्रमोद वंगवाल, वनवीट अधिकारी सुरेश नेगी, जयवीर रांगण, वन दरोगा मोहम्मद ज़ियाउल हक, स्वयंसेवियो नेचर गाइड जितेन्द्र सिंह के अलावा अध्यापक-अभिभावक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमेर भंडारी एवं विद्यालय से के के राणा, आर एस रावत, के पी भट्ट, रीना तोमर, नेहा बिष्ट, सुमन हटवाल, संगीता, अंकिता, जय सिंह, प्रवीण व राकेश आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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