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तनाव के पॉजिटिव और निगेटिव दोनों ही प्रभाव संभव: डॉ. प्रेरणा
टीएमयू के डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोथेरेपी की ओर से मानसिक तनाव को दूर करने के लिए अवेयरनेस पर गेस्ट लेक्चर
मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डाॅ. प्रेरणा गुप्ता ने टीएमयू फिजियोथेरेपी के स्टुडेंट्स से पूछा, क्या तनाव अच्छा है या हानिकारक? डाॅ. गुप्ता ने खुद ही जवाब देते हुए कहा, तनाव के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव हो सकते हैं। अत्याधिक मानसिक तनाव लेने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे मानसिक रोग बढ़ने की अधिक सम्भावनाएं रहती हैं, परन्तु आज की व्यस्त जीवनशैली में एक व्यक्ति अपनी सहनशीलता के अनुसार तनाव अवश्य लेता है। डॉ. प्रेरणा डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोथेरेपी की ओर से मानसिक तनाव को दूर करने के लिए अवेयरनेस पर आयोजित गेस्ट लेक्चर में बोल रही थीं।
वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. प्रेरणा बोलीं,यदि कोई स्टुडेंट अपने नियमित कार्य समय से पूर्ण करता है तो इसका शरीर पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता है। उदाहरण के तौर पर डाॅ. गुप्ता ने विद्यार्थी की जीवन शैली पर प्रकाश डाला। डाॅ. गुप्ता बतातीं हैं कि यदि अभ्यर्थी पर्याप्त तनाव न ले तो उसका अध्ययन सही समय और सही तरीके से नहीं हो पाता है, जो एक सकारात्मक प्रभाव है। वह बोलीं, अत्याधिक मानसिक तनाव के दुष्प्रभाव से बचने के लिए व्यक्ति को स्वयं को ऐसे कार्यों में व्यस्त कर लेना चाहिए, जिसमें वह मनोरंजनीय रूचि रखता है। डॉ. प्रेरणा ने कहा,मेरा अभिप्राय है, हममें से अधिकांश लोग तनाव को नकारात्मक नजरिए से परखते हैं,किंतु वे यह नहीं जानते हैं,यह तनाव कुछ सीमा तक कितना फायदेमंद भी होता है। इस अवसर पर भौतिक चिकित्सा की एचओडी डाॅ. शिवानी एम. कौल, डाॅ. शीतल मल्हान, डाॅ. फरहान खान, डाॅ. समर्पिता सेनापति, डाॅ. कोमल नागर, डाॅ. प्रिया शर्मा, डाॅ. शाजिया महु, डाॅ. नंदकिशोर के संग-संग बीपीटी प्रथम वर्ष के सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।