बुद्धिसेन शर्मा हमारे समय के ख़ास शायर: पाठक
प्रयागराज। बुद्धिसेन शर्मा हमारे समय के बहुत ख़ास और उल्लेखनीय शायर रहे हैं। उन्होंने अपनी शायरी से न सिर्फ़ प्रयागराज बल्कि देश और विदेश में पहचान बनाए। मुशायरों में काव्य पाठ के लिए उन्हें इंग्लैंड में भी बुलाया गया था।
उनकी ग़ज़लें समय से सवांद करती थीं, जिसकी वजह से हर कोई सुनना-पढ़ना पसंद करता था। उनकी ग़ज़लें अपने समय के विभिन्न अख़बारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित होती थीं। यह बात उत्तर प्रदेश सामान्य सचिवालय के संयुक्त सचिव अरिवन्द पाठक ने बतौर मुख्य अतिथि गुरूवार की शाम सिविल लाइंस स्थित पुस्तक मेले में गुफ़्तगू द्वारा आयोजित ‘बुद्धिसेन शर्मा जन्मोत्सव-2024’ के दौरान कही।
गुफ़्तगू के अध्यक्ष डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ने कहा कि बुद्धिसेन शर्मा की शायरी और व्यक्तित्व एक सच्चे शायर की तरह की थी। जहां के आज शायर-कवि मुशायरों और कवि सम्मेलनों में शामिल होने के लिए हद दजेऱ् की चम्मचगिरी करते हैं, वहीं बुद्धिसेन शर्मा अपनी पूरी ठसक के साथ ही मुशायरों में जाते थे, कभी किसी की चम्मचगिरी नहीं करते थे।
डॉ. एस.एम. अब्बास ने कहा कि बुद्धिसेेन बहुत ही लायक शायर थे। उनकी सेवा डॉॅ. केके मिश्र उर्फ़ इश्क़ सुल्तानपुरी ने एक शिष्य के रूप में की थी, वह बहुत उल्लेखनीय है। कल्पना पाठक ने भी बुद्धिसेन शर्मा की शायरी का उल्लेख करते हुए उन्हें बेहतरीन शायर बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार मुनेश्वर मिश्र ने कहा कि बुद्धिसेन शर्मा हमारे समय के उल्लेखित किए जाने वाले शायर थे। उनका व्यक्तित्व हर किसी के लिए उल्लेखनीय है। कार्यक्रम का संचालन मनमोहन सिंह तन्हा ने किया।
दूसरे सत्र में मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। डॉ. इश्क.सुल्तानपुरी, मासूम रज़ा राशदी, हकीम रेशादुल इस्लाम, नीना मोहन श्रीवास्तव, मंजु लता नागेश, अर्चना जायसवाल ‘सरताज’, शैलेंद्र जय, शिवाजी यादव, धीरेंद्र सिंह नागा, शिबली सना, डॉ. अरुणा पाठक, मंजू मौर्या, क्षमा द्विवेदी, डॉ. रंजीत सिंह, सुजीत विश्वकर्मा, दीक्षा सिंह, श्रेया सिंह, जान्हवी यादव, मनीष सिंह, मिली श्रीवास्तव, विवके संत्यांशु, नयन यादव, इंदू जौनपुरी, पुष्कर प्रधान, असद ग़ाज़ीपुरी, योगाचार्य धर्मचंद और डॉ. अजय प्रकाश ने काव्य पाठ किया।
इनसेट
इन्हें मिला बु़िद्धसेन शर्मा अवार्ड
आसिफ़ उस्मानी (प्रयागराज), डॉ. कृष्णावतार त्रिपाठी ‘राही’(भदोही), सरिता सिंह (गोरखपुर), अजीत शर्मा ‘आकाश’ (प्रयागराज) और अफ़सर जमाल (प्रयागराज)