जोशीमठ। बहुत लंबे इंतजार के बाद आज प्रदेश के मुखिया धामी जी जोशीमठ जो बर्बादी के कगार पर है वहां के पीड़ित परिवारों की सुध लेने के लिए गए। पीड़ित परिवारों को राहत के नाम पर तो कुछ खास दे नहीं पाए लेकिन पीड़ितों के सामने रोने का नाटक करके उनकी सिंपैथी जरूर हासिल करने का उन्होंने प्रयास किया।
मेरा मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि आपको पीड़ितों की परेशानियों को दूर करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसलिए आंसू निकालने के बजाय पीड़ितों के आंसू पोछने का काम कीजिए तो बेहतर होगा।