शुक्रवार को साथ में जन औषधि दिवस के अवसर पर जनपद देहरादून के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेहरू ग्राम में स्थापित भारतीय जन औषधि केंद्र में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती माला राज्यालक्ष्मी शाह, मा० लोकसभा सांसद, टिहरी गढ़वाल द्वारा आमजन को जन औषधि केंद्र के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर उन्होंने जन औषधि केंद्र के संचालक एवं अन्य उपस्थित लाभार्थियों से भी बात की और उनके अनुभवों के बारे में चर्चा की। मा० संसद जी ने बताया कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पारदर्शिता, जनकल्याण की भावना, गरीब की सुरक्षा एवं सामाजिक उद्धार हेतु जनऔषधि योजना वर्ष 2014 से प्रारंभ की गई थी। आज 11 वर्ष में देश के 768 जिलों में 15,000 से अधिक जन औषधि केंद्र स्थापित हुए हैं। प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2019 में 7 मार्च को जन औषधि दिवस मनाने की घोषणा की थी, और तभी से प्रत्येक वर्ष हम इस दिवस को समाज में स्वास्थ्य के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने हेतु मानते हैं। जन औषधि केंद्रों पर 50% से 80% तक सस्ती दवा आम जनमानस को उपलब्ध करवाई जाती है, जिससे लगभग 30,000 करोड रुपए गरीबों के बचाए गए हैं। वर्ष 2027 तक हमारी सरकार का लक्ष्य 25000 जन औषधि केंद्र खोलने का है। जिससे सस्ती और बेहतर दवाओं का लाभ आम जनमानस को अपने आसपास ही उपलब्ध हो सके। इसके उपरांत उन्होंने जन औषधि केंद्र में पहुंचे मरीजों एवं अन्य लाभार्थियों को दवा वितरित की और उनसे अपील की कि वह अन्य लोगों को भी जन औषधि केंद्र के महत्व के बारे में आवश्यक जानकारी दें। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, स्थानीय पार्षद, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप राणा, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ ओझा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रतीक थापा, स्थानीय जनता, आशा कार्यकत्री आदि उपस्थित रहे।

देहरादून: शुक्रवार को साथ में जन औषधि दिवस के अवसर पर जनपद देहरादून के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेहरू ग्राम में स्थापित भारतीय जन औषधि केंद्र में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती माला राज्यालक्ष्मी शाह, मा० लोकसभा सांसद, टिहरी गढ़वाल द्वारा आमजन को जन औषधि केंद्र के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर उन्होंने जन औषधि केंद्र के संचालक एवं अन्य उपस्थित लाभार्थियों से भी बात की और उनके अनुभवों के बारे में चर्चा की।
मा० संसद जी ने बताया कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पारदर्शिता, जनकल्याण की भावना, गरीब की सुरक्षा एवं सामाजिक उद्धार हेतु जनऔषधि योजना वर्ष 2014 से प्रारंभ की गई थी।
आज 11 वर्ष में देश के 768 जिलों में 15,000 से अधिक जन औषधि केंद्र स्थापित हुए हैं।
प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2019 में 7 मार्च को जन औषधि दिवस मनाने की घोषणा की थी, और तभी से प्रत्येक वर्ष हम इस दिवस को समाज में स्वास्थ्य के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने हेतु मानते हैं।
जन औषधि केंद्रों पर 50% से 80% तक सस्ती दवा आम जनमानस को उपलब्ध करवाई जाती है, जिससे लगभग 30,000 करोड रुपए गरीबों के बचाए गए हैं।
वर्ष 2027 तक हमारी सरकार का लक्ष्य 25000 जन औषधि केंद्र खोलने का है। जिससे सस्ती और बेहतर दवाओं का लाभ आम जनमानस को अपने आसपास ही उपलब्ध हो सके।
इसके उपरांत उन्होंने जन औषधि केंद्र में पहुंचे मरीजों एवं अन्य लाभार्थियों को दवा वितरित की और उनसे अपील की कि वह अन्य लोगों को भी जन औषधि केंद्र के महत्व के बारे में आवश्यक जानकारी दें।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, स्थानीय पार्षद, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप राणा, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ ओझा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रतीक थापा, स्थानीय जनता, आशा कार्यकत्री आदि उपस्थित रहे।