रुड़की में नारसन चौकी के पास हुए भीषण कार हादसे में लपटों से घिरी कार से क्रिकेटर ऋषभ पंत खुद बाहर निकले। इस दौरान वे काफी हद तक घायल हो गए थे। वे लड़खड़ा कर हाईवे पर गिरे और तपड़ने लगे। यह देख हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी ने तुरंत 108 नंबर पर सूचना दी। पुलिस से पहुंचने तक ऋषभ की मर्सिडीज कार आग में पूरी तरह से जलकर नष्ट हो चुकी थी।
किसी को आग बुझाने का वक्त ही नहीं मिल सका। इस बात की तस्दीक एसपी देहाल स्वप्न किशोर सिंह ने भी की। उन्होंने बताया कि ऋषभ को पहले रुड़की में ही सक्षम अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल शिफ्ट किया गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनकी मां से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका नंबर ऑफ था। इसके बाद चेतक पुलिस ने ऋषभ पंत के घर जाकर उनकी मां को सूचना दी। इसके बाद पुलिस उन्हें लेकर अस्पताल पहुंची।
हादसे के बारे में उन्होंने बताया कि ऋषभ की कार की स्पीड काफी तेज थी। सुबह करीब साढ़े पांच बजे झपकी आने से उन्होंने कार से नियंत्रण खो दिया।कार डिवाइडर तोड़कर खंभे से टकराती हुई दूसरी लेन में बाहर की ओर की रेलिंग क्षतिग्रस्त करते हुए रुकी। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार रुकते ही उसमें आग लग गई। कार से कुछ पलों में लपटें उठने लगीं। इस बीच कार से एक युवक तेजी से निकला और हाईवे पर गिरकर तपड़ने लगा। वहां पहुंचे लिब्बरहेड़ी शुगर मिल में काम करने वाले युवक ने उसे ऋषभ पंत के रूप में पहचाना और पुलिस को सूचित किया।