उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने नगीना कॉलोनी लालकुआं में हजारों गरीबों को बिना पुनर्वास के उजाड़ने को अत्याचार की संज्ञा देते हुए सरकार से तुरंत उनके पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश के राज्यपाल के नाम अपर जिलाधिकारी चंद्र सिंह मर्तोलिया को इस आशय का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नगीना कॉलोनी लालकुआं में 40 – 50 वर्षों से रेलवे लाइन के पास की बस्तियों को बिना पुनर्वास के ध्वस्त करने को अमानवीय बताया। कहा कि सरकार की यह कारवाई विचलित कर देने वाली है। कहा कि सरकार स्वयं को लोक कल्याणकारी कहती है लेकिन दूसरी और लिए यह शर्मनाक है।
प्रभावित लोग अभी तक सांसद व विधायक चुनते आए हैं। उनके घरों में पानी व बिजली के वैध कनेक्शन हैं। रेलवे ने जमीन को लेकर कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया है। ऐसे में अपने ही देश के समाज के मेहनतकश गरीब परिवारों को जेसीबी से नेस्तनाबूद करने का उपपा कड़ा विरोध करती है।
ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसी स्थितियां आज हर जगह पर हैं यह जानते हुए कि उत्तराखंड के पहाड़ों, मैदानों में पूजीपतियों, भू माफियाओं व प्रभावशाली लोगों ने बहुत बड़े पैमाने पर जमीनों पर अतिक्रमण किया है पर उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने उदाहरण देकर कहा कि अल्मोड़ा में पिछले डेढ़ दशक से सार्वजनिक वन भूमि, बेनाप भूमि पर सैकड़ों नाली जमीन कब्जा कर गृह विभाग में सेवारत रहे अधिकारी ए.वी. प्रेमनाथ अपराध अराजकता गुंडागर्दी से पुलिस प्रशासन, सामाजिक कार्यकर्ता यहां तक कि न्यायपालिका से भी खिलवाड़ कर रहा है और उत्तराखंड सरकार का जेसीबी ऐसे मामलों में खामोश हो जाता है और नगीना बस्ती के सैकड़ों परिवारों पर लाठीचार्ज होता है और महिलाएं बेहोश हो जाती हैं ऐसा लगता है कि प्रशासन व सरकार अपने नागरिकों से नहीं वरन अपने दुश्मनों से लड़ रही है।
इन स्थितियों को गंभीर बताते हुए पार्टी ने उन लोगों का तत्काल पुनर्वास करने की मांग की और कहा कि कहीं भी गरीबों को अतिक्रमण के नाम पर हटाने से पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और भू माफियाओं को सरकारी जमीनों पर कब्जा कराने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन देने में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी, पार्टी के केंद्रीय महासचिव एडवोकेट नारायण राम, एडवोकेट जीवन चंद्र, दीवान राम, पार्टी कार्यकारिणी के सदस्य प्रकाश राम उछास की रेनू एडवोकेट प्रेम आर्या, एडवोकेट मनोज आर्या, बसंत राम, दीवान राम, नीरा देवी समेत तमाम लोग शामिल थे।