

रुड़की आईआईटी इंजीनियर आर के टेक्स्ट कैसी कुड़ियल और उनकी टीम द्वारा धारी देवी के तर्ज पर धनवंतरी अस्ट दुर्गा देवी मंदिर का निर्माण किया गया है मंदिर निर्माण में पूरा 1 साल का समय लगा । गाजणा पट्टी के धात्री गांव में बना या मंदिर बहुगुणा परिवार की कुलदेवी है, आपको यह बता दें धात्री गांव 2014 में पांच गांव सिरी अलग होकर धात्री ग्राम सभा बनाई गई यह अति लगभग 45 से 50 परिवारों का यह गांव जलकुर नदी के किनारे उत्तरकाशी लमगांव मोटर मार्ग बसा हुआ है और प्राकृतिक सौंदर्य से पूर्ण है, इसी मां धनवंतरी अस्त दुर्गा की कृपा से इस गांव के 80 से 90% लोग राजकीय सेवा में हैं लगभग 32 लाख की लागत से तैयार यह मंदिर बहुगुणा परिवारों ने अपने संसाधनों से बनाया है । राम मंदिर की ही तर्ज पर मंदिर में 21 जनवरी से 25 जनवरी तक प्राण प्रतिष्ठा का कार्य चल रहा है टिहरी गढ़वाल केक खंबाखाल गांव से आए पांच पंडित द्वारा माता की वैदिक वैदिक विधि विधान से पूजा अर्चना की जा रही है इसके लिए प्रत्येक दिवस पर विशाल भंडारा चलाया जा रहा है गांव की ही समस्त ध्यानियों को एवं अपने ईष्ट मित्रों को इस महत्व कार्य में न्योता दिया गया है, आपको बात कर चले की ध्याणियों के द्वारा भी इस मंदिर निर्माण में बड़ी रशियन दी गई है गांव की 30 से 35% ध्याणिय और गांव घर परिवार की बहुएं सरकारी सेवाओं में है जिसके चलते धन निर्माण में कोई कमी नहीं हुई और आवश्यकता से भी ज्यादा धन प्राप्त हुआ। मंदिर में बड़े पैमाने पर गांव के लोगों ने और ध्याणियों ने माता रानी के लिए बड़े पैमाने पर महंगे गिफ्ट लाए हैं जिसमें बहुगुणा परिवारों द्वारा ले गए बड़े गिफ्ट सभी ध्यानियों को दिया जाएगा 25 जनवरी को मां की मूर्ति प्रतिष्ठित की जाएगी