उत्तराखंड
धराली–हर्षिल आपदा: त्रासदी के बीच पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण का प्रभावित क्षेत्रों में सतत प्रवास

धराली–हर्षिल क्षेत्र में आई विनाशकारी आपदा ने पूरे इलाके को गहरे दुख और संकट में डाल दिया है। भारी जान–माल की क्षति, टूटे हुए घर, तबाह खेत और विस्थापित परिवार—यह भयावह मंजर किसी भी संवेदनशील हृदय को झकझोर देने वाला है।
ऐसे कठिन समय में क्षेत्र के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण पिछले तीन दिनों से आपदा प्रभावित गाँवों में रहकर पीड़ित परिवारों का दर्द साझा कर रहे हैं। उन्होंने धराली, हर्षिल सहित अन्य प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों से मिलकर उनकी आपबीती सुनी और उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ बैठकर राहत, बचाव एवं पुनर्वास कार्यों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर बल दिया कि किसी भी पीड़ित परिवार तक मदद पहुंचने में देरी न हो और पुनर्वास की प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं त्वरित कार्रवाई को प्राथमिकता दी जाए।
उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के साथ भी प्रभावित लोगों की आपबीती सुनी, मुख्यमंत्री जी ने भी सभी को अस्वस्त कर हर संभव सहायता मुहैया करने का भरोषा दिया।
उन्होंने कहा कि-
इस विनाशकारी त्रासदी में सूबे के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने जिस तत्परता और सूझबूझ से स्वयं ग्राउंड जीरो पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्य का नेतृत्व किया, उसी का परिणाम है कि कार्य त्वरित गति से आगे बढ़ रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी भी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और पीड़ितों को त्वरित सहायता के साथ दीर्घकालीन मदद भी सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आपदा के इस कठिन समय में हमारा पहला कर्तव्य है कि हम अपने प्रभावित भाइयों–बहनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहें। अंदर तक टूट चुके ग्रामीणों का विश्वास लौटाना और उनके जीवन को पुनः पटरी पर लाना ही हमारी असली जिम्मेदारी है।