
उत्तरकाशी। पूर्व विधायक और उत्तर प्रदेश की कल्याण सिंह सरकार तथा उत्तराखंड में नित्यानंद स्वामी सरकार में पशुपालन मंत्री रहे श्री लाखीराम जोशी आज उत्तरकाशी क्षेत्र में पहुंचे। लंबे समय बाद क्षेत्र में आए जोशी जी का लोगों ने भावनात्मक रूप से स्वागत किया।
आज उनके आगमन पर लोगों ने उनके राजनीतिक संघर्ष और योगदान को याद किया। इस दौरान बताया गया कि वर्ष 2000 में प्रतापनगर क्षेत्र में डिग्री कॉलेज खोलने की मांग के दौरान श्री लाखीराम जोशी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस समय उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी को इस्तीफ़े की चेतावनी देकर कॉलेज की मंजूरी सुनिश्चित कराई थी।
“उन्होंने मुझे विधायक प्रतिनिधि बनाया था” — स्थानीय निवासी
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जोशी जी ने उन्हें प्रतापनगर क्षेत्र में अपना विधायक प्रतिनिधि बनाया था। उन्होंने कहा कि जोशी जी हमेशा जनता के पक्ष में खड़े रहे और कभी पद या सत्ता के लिए समझौता नहीं किया।
भाजपा के शुरुआती दौर में निभाई बड़ी भूमिका
जोशी जी उन चुनिंदा नेताओं में रहे जिन्होंने भाजपा को उस समय जन-जन तक पहुंचाया, जब पार्टी को बहुत कम लोग जानते थे। उन्होंने गांव-गांव और घर-घर जाकर संगठन को मजबूत किया। क्षेत्र के लोग आज भी उनके समर्पण और कार्यशैली को याद करते हैं।
नांगराजा में आस्था, आज भी शामिल होते हैं यात्रा में
पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी भगवान नांगराजा के बड़े भक्त हैं। बताया जाता है कि उनके कार्यकाल में केंद्रीय गृहमंत्री रह चुके डॉ. मुरली मनोहर जोशी भी नांगराजा दर्शन के लिए आए थे।
“चुनाव अब पैसा मांगता है, सेवा नहीं” — क्षेत्रवासियों की टिप्पणी
स्थानीय लोगों ने वर्तमान राजनीति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आज चुनाव सेवा और कार्यों के आधार पर नहीं, बल्कि पैसे के दम पर लड़े जाते हैं। यही कारण है कि समाजसेवा से जुड़े, ईमानदार नेता अब राजनीति से दूर होते जा रहे हैं।
क्षेत्रवासियों ने दी शुभकामनाएं
लंबे अंतराल के बाद क्षेत्र में पहुंचे जोशी जी को देखकर लोग भावुक नजर आए। क्षेत्रवासियों ने भगवान नांगराजा से उनके स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की।




