छोटे किसानों की बड़ी शक्ति बन रहे एफपीओ
देश में किसान उत्पादन संगठनों (एफपीओ) 10 हजार नए एफपीओ बनाने पर काम चल रहा है और 5 हजार पहले ही गठित किये जा चुके हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पिछले सप्ताह नई दिल्ली में हुए 17 वां भारतीय सहकारी महासम्मेलन में कहा कि, एफ०पी०ओ० छोटे किसानों को बड़ी शक्ति और सामर्थय प्रदान करने जा रहे हैं।
ये छोटे किसानों को बाजार में बडी ताकत बनाने के माध्यम है। बीज से लेकर बाजार तक कैसे छोटा किसान हर व्यवस्था को अपने पक्ष में खड़ा कर सकता है, कैसे बाजार की ताकत को चुनौती दे सकता है। यह उसी का अभियान है। सरकार ने पीएसी के माध्यम से एफ०पी०ओ० बनाने का भी फैसला किया है, जिससे इस क्षेत्र में असीमित सम्भावना के द्वार खुलते।
किसानों की आय बढाने के लिए सहकारी क्षेत्र के समर्थन की जरूरत प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने शहद उत्पादन, जीविक खाद्य पदार्थ, सौर पैनल और मृदा परीक्षण जैसे किसानों की आय बढ़ाने के अन्य उपायों का भी उल्लेख किया और सहकारी क्षेत्र से समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने रसायन मुक्त खेती के संदर्भ में हाल ही में पीएम प्रणाम योजना की चर्चा की, जिसका उद्देश्य रसायन मुक्त खेती का प्रचार करना और वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देना है।
इसके लिए भी सहकारी समितियों के समर्थन की आवश्यकता होगी। उन्होंने सहकारी समितियों से आग्रह किया कि वे हर जिले में पांच गांव को गोद लें, ताकि कृषि में रसायनों का उपयोग न हो। गोबरधन योजना में कचरे को धन में बदलने की क्षमता है।
गोबरधन योजना का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि यह ऐसी योजना है जहां कबरे को धन में बदलने के लिए पूरे देश में कार्य किया जाता है। सरकार ऐसे संयत्रों का एक विशाल नेटवर्क तैयार कर रही है. जो गोबर और कचरे को बिजली और जैविक उर्वरकों में बदल देते हैं।