उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की नैनीताल ज़िला इकाई ने आज बुद्ध पार्क में धरना दिया और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेज कर कहा कि सरकार की नीतियों से आज समाज के वरिष्ठ नागरिकों, पैरामिलिट्री फोर्स समेत सभी तरह के कर्मचारियों, युवाओं में आर्थिक, सामाजिक असुरक्षा चरम पर है। पार्टी ने सरकार से सभी वरिष्ठ नागरिकों, कर्मचारियों व पैरामिलिट्री फोर्स को सम्मानजनक पेंशन देने की मांग की।
पूर्व घोषणा के अनुसार भीषण गर्मी में बुद्घ पार्क में धरना देकर, नारे लगाते हुए जुलूस के साथ सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय जाकर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें सभी वरिष्ठ नागरिकों को गरिमापूर्ण जीवन की गारंटी करते हुए सम्मानजनक पेंशन देने की मांग की। धरनास्थल पर जिला अध्यक्ष प्रकाश उनियाल की अध्यक्षता एवं जिला महासचिव लालमणि के संचालन में हुई सभा में अध्यक्ष केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि भयंकर बेरोज़गारी, महंगाई व जीवन की मूलभूत ज़रूरतों से ध्यान हटाने के लिए देश में सांप्रदायिक व जातीय उन्माद पैदा किया जा रहा है। पार्टी उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी ने केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों के प्रति रोष प्रकट करते हुते वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक असुरक्षा का हवाला देते हुए उन्हें सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा दिए जाने के लिए सम्मानजनक पेंशन दिए जाने की मांग की। सभा के बाद उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ता जुलूस लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे ।जुलूस में लोग हर नागरिक को पेंशन दो, बीएसएफ-सीआरपीएफ के जवानों को पेंशन दो, पुलिस कर्मियों को पेंशन दो, सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करो, सरकारी निगमों के कर्मचारियों को पेंशन दो के नारे लगा रहे थे। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह के ना होने पर उनके प्रतिनिधि को देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन में देश की बड़ी आबादी की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह सामाजिक तथा आर्थिक रूप से अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। पहले से आर्थिक रूप रूप से कमजोर लोगों को कोरोना महामारी आने के बाद से लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है। जिसके कारण लोगों को मानसिक रूप से अवसाद ग्रस्त कर दिया है। देश की आधी आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीने को मजबूर है। कोरोना महामारी में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास दो समय का भोजन उपलब्ध नहीं था। सरकार द्वारा ऐसे लोगों के लिये फ्री राशन की वैकल्पिक व्यवस्था कर उनको मद्दद पहुंचायी जिसके कारण किसी हद तक वे अपने परिवार का भरण पोषण कर पाये, लेकिन अब जब सरकार द्वारा फ्री राशन को बन्द करने की योजना है।पार्टी ने आरोप लगाया कि 18 साल पहले केन्द्र की भाजपानीत अटलबिहारी बाजपेयी की सरकार ने सेना व राजनीतिज्ञों को छोड़कर सभी सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बन्द कर नई पेंशन व्यवस्था लागू की थी जिसका कर्मचारी संगठनों द्वारा भारी विरोध किया जा रहा है। इसलिए इन मांगों को गंभीरता से संज्ञान लेते हुये इन्हे तत्काल पूरा किया जाए। इस दौरान पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी, कर्मचारी नेता पान सिंह नेगी, दिनेश चंद्र उपाध्याय, प्रकाश उनियाल, गोपाल असनौड़ा, सुनील पर्नवाल, चिंताराम, परमानंद जोशी, किरण आर्य, गोपालराम, मोहन सिंह, लालमणि, विशनदत्त सनवाल, जतिन नायक, कृष्णा जोशी, आनंदी वर्मा, हीरा देवी, जगदीश चंद्र सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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